पन्ना के अलावा MP के इन 2 जिलों में मिलेगा हीरा मिला 421 वर्ग किलोमीटर का डायमंड ब्लॉक - खबरीलाल.नेट
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पन्ना के अलावा MP के इन 2 जिलों में मिलेगा हीरा मिला 421 वर्ग किलोमीटर का डायमंड ब्लॉक

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पन्ना के अलावा MP के इन 2 जिलों में मिलेगा हीरा मिला 421 वर्ग किलोमीटर का डायमंड ब्लॉक
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ग्वालियर चंबल अंचल यूं तो मध्य प्रदेश सहित देश में बीहड़ो के साथ अपनी खनिज संपदा के लिए भी जाना जाता है।ग्वालियर अंचल में सफेद और लाल पत्थर,आयरन ओर के साथ कांच तैयार करने वाले खनिज भंडार है। लेकिन हाल ही में जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ़ इंडिया के सर्वे ने ग्वालियर और शिवपुरी जिले के एक बड़े क्षेत्र में हीरा मिलने की संभावना जाहिर की है, दोनों ही जिलों को मिलाकर लगभग 421 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में डायमंड ब्लॉक होना संभावित है, लिहाजा जियोलॉजिकल सर्वे आफ इंडिया ने राजस्व, वन और आरक्षित वन भूमि की जानकारी मांगी है।

मध्य प्रदेश में अभी सिर्फ पन्ना जिले में हीरा पाया जाता है यह विंध्य क्षेत्र का हिस्सा है, पन्ना इलाके की मिट्टी और पहाड़ों जैसी स्थिति ग्वालियर में मिलने पर जियोलॉजिकल सर्वे आफ इंडिया ने ग्वालियर और शिवपुरी जिले के 35 ऐसे गांव चिन्हित किए हैं जहां हीरा मिलने की संभावना है।

आइये आपको बताते है चिन्हित किये गए 421 वर्ग किलोमीटर के दायरे में कौन कौन से गांव आ रहे है।

घाटीगांव ब्लॉक: करई, दुर्गसी, बन्हेरी, सेकरा, चुही, बराहना, पटपरी, उम्मेदगढ़, ओबरा, पाटई, मानपुरा, कलवाह, सेमरी, चनगोरा, डागोर, तघई, बडक़ागांव, मोहना, आदि गांव में खनन किया जाएगा।

भितरवार ब्लॉक: भितरी, गधोटा, मावथा, हरसी, खोर, मुसाहरी, सेबई, जतरथी, रिछारी खुर्द, जखवार, बेलगड़ा, डोंगरपुर, मुधारी, रुअर, तालपुर वीरन, बमोर, रिछारी कला, हुरहुरी, रिठोदन, गाजना, श्याऊ, चिटोली, देवरी कला, कैथोड, धोबट, लोढी, करहिया, बैना।

पन्ना के अलावा MP के इन 2 जिलों में मिलेगा हीरा मिला 421 वर्ग किलोमीटर का डायमंड ब्लॉक

अंचल में अभी सफेद और लाल पत्थर,आयरन ओर, कांच तैयार करने वाले खनिज के भंडार मौजूद हैं, लेकिन अब यहां हीरा भी निकल सकेगा। घाटीगांव ब्लॉक क्षेत्र के अधिकतर गांवों में 100 फीसदी,भितरवार के लोढ़ी क्षेत्र में 02 फीसदी और रिछारी कला में 01 फीसदी जगह पर खनन का ब्लॉक दिया जाएगा। ग्वालियर जिले के खनिज अधिकारी प्रदीप भूरिया का कहना है कि हीरा खनन के लिए ब्लॉक दिया जाना है लेकिन इसके पहले राजस्व ,वन और संरक्षित वन भूमि की जानकारी मांगी है इसकी रिपोर्ट आने पर शासन को भेजी जाएगी और फिर खनन के लिए ऑक्शन किया जाएगा। 

बहरहाल यदि सब कुछ ठीक रहा, तो पन्ना के बाद ग्वालियर और शिवपुरी जिले का लगभग 421 वर्ग किलोमीटर का एरिया हीरा माइनिंग के लिए MP के साथ देश मे अपनी नई पहचान स्थापित करेगा,साथ ही रोजगार के नए अवसर भी मिल सकेंगे।

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बीते दशक से सामाजिक सरोकार की पत्रकारिता कर रहा हूं। देश के कई जाने-माने इलेक्ट्रॉनिक मीडिया संस्थान में काम कर चुका हूं।।मध्यप्रदेश के लीडिंग न्यूज़ पोर्टल Khabarilal.net के माध्यम से आप तक त्वरित और तथ्यपरक खबर पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध हूं।
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