Shahdol News /अजय : जिले में शिक्षा के मंदिरों को भ्रष्टाचार का दीमक लग चुका है, अन्य योजनाओं और निर्माण कार्याे की बात तो दूर, जनपद शिक्षा केन्द्रो में बैठे समन्वयक ओलम्पियार्ड जैसे छोटी परीक्षाओं में भी 5-5 रूपये के जुगाड़ बटोर रहे हैं, ताजा मामला शहडोल जिले के जनपद शिक्षा केंद्र सोहागपुर से सामने आया है। जहां शिक्षा विभाग के बीआरसी द्वारा समूह की महिलाओं से समन्वयक ओलम्पियार्ड जैसे छोटी परीक्षाओं में भी 5-5 रूपये के कमीनाश की मांग करते रहे , बीआरसी के कमीशन मांगने का यह ऑडियो लीक हो गया है ,जो अब सोसल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है। बीआरसी के इस कमीशन मांगने की शिकायत समूह की महिलाओं ने मंगलवार जन सुनवाई में कलक्टर से की है।
जिले के जनपद शिक्षा केंद्र सोहागपुर के शिक्षा विभाग के बीआरसी महेंद्र मिश्रा का एक ऑडियो लीक होने के बाद से सोशल मीडिया तेजी से वायरल हो था है। वायरल ऑडियो में बीआरसी महेंद्र मिश्रा अभी हाले ही में जिले में आयोजित हुई ओलंपियार्ड परीक्षा में लगभग 1 लाख के आसपास बच्चे परीक्षा में शामिल हुए थे , जिसके भोजन का जिम्मा स्व सहायता समूहों को दिया गया था, इसी क्रम में जनपद पंचायत सोहागपुर अंतर्गत ग्राम करकटी में स्थित एक समूह को भी बच्चों के भोजन का जिम्मा दिया गया था, जिसके लिए समूह को पर बच्चे 30 रु के हिसाब से भुगतान करना था, लेकिन बीआरसी महोदय इसमें भी कमीशन का खेल खेल लिए ,और समूह की महिला से पर बच्चे 5 – 5 रुका कमीशन की मांग समूह सदस्य जया कुशवाहा से मांग की, इस कमीशन की डीलिंग बीआरसी महेंद्र मिश्रा ने समूह की महिला जया कुशवाहा के पति राजू कुशवाहा से मोबाइल फोन पर किया ,जिसमें कमीशन की मांग एक शिक्षक के माध्यम से करते रहे इस दौरान बीआरसी के कमीशन की बात चीत का ऑडियो राजू के मोबाइल में कैद हो गया, जिसकी लिखित शिकायत समूह की सदस्य जया कुशवाहा ने मंगलवार जन सुनवाई में कलेक्टर से की , और कमीशन का ऑडियो में सुनाया… khabarilal.net ऑडियो के सत्यता की पुष्टि नहीं करता है।
सोहागपुर जनपद शिक्षा केन्द्र अंतर्गत 11 जनशिक्षा केन्द्रों में लगभग 400 से 500 छात्र परीक्षा केन्द्रो में बैठे थे, इस प्रकार लगभग 5 हजार के आस-पास अकेले सोहागपुर बीआरसी अंतर्गत छात्रों ने परीक्षा दी और 5-5 रूपये कर बीआरसी के पास 25 हजार पहुंच गये। इसी तरह जिले में 5 जनपद शिक्षा केन्द्र हैं, सोहागपुर के अनुपात में 5 विकास खण्डों में लगभग 25 हजार के आस-पास छात्रों ने परीक्षा दी होगी, यहां करीब सवा लाख से अधिक की राशि कलयुगी द्रोणाचार्याे ने जुगाड़ से जुटा लिये।