muharram 2025 : जिले में मोहर्रम का पर्व आपसी भाईचारे के साथ मनानें की परंपरा रही है। इस परंपरा को कायम रखते हुए मोहर्रम का आपसी सौहार्द के साथ मनाएं। उक्त आशय के विचार कलेक्टर Collector Umaria धरणेन्द्र कुमार जैन ने मोहर्रम पर्व को मनाने हेतु आयोजित जिला स्तरीय शांति समिति की बैठक में व्यक्त किए । उन्होने मुख्य नगर पालिका अधिकारी से कहा कि नगर का भ्रमण करते हुए ईमामबाड़ा से कर्बला रेल्वे फाटक मार्ग एवं पुराना पड़ाव तक की सड़को के किनारे वेंडरो को हटाने की कार्यवाही सुसंगत स्थल पर कराई जाए । ईमामबाड़ा , कैंप , कर्बला, रेल्वे फाटक एवं गांधी चौक , विनोबा मार्ग , खलेसर मार्ग पर गढ्ढों की मरम्मत एवं मुरमीकरण, डामरीकरण की जहां आवश्यकता हो, मुख्य् नगर पालिका अधिकारी, कार्यपालन यंत्री लोक निर्माण विभाग व्दारा किया जाए । इसी तरह पेयजल आपूर्ति , प्रकाश व्यवस्था के लिए मुख्य नगर पालिका अधिकारी, ई ई एमपीईबी व्दारा की जाएगी । उन्होने ई ई एमपीईबी को निर्देशित किया कि मोहर्रम पर्व के दौरान बिजली आपूर्ति बाधित नही हो, इस पर विशेष ध्यान रखा जाए । मोहर्रम के समय बाहर से आने वाले लोगों के रूकने के लिए यथोचित व्यवस्था करने की बात कही । त्यौहार के समय अवारा पषुओ से किसी भी प्रकार की समस्यां नही हो, इस पर विषेष ध्यान देने के निर्देष दिए गए।
पुलिस पर्याप्त संख्या मे रहेगी तैनात : SP
पुलिस अधीक्षक निवेदिता नायडू ने कहा कि मोहर्रम पर्व के दौरान कानून व्यवस्था बनाने के लिए जगह जगह पर पुलिस बल की पर्याप्त संख्या मे तैनातगी की जाएगी । उन्होने कार्यक्रम का विधिवत रूटचार्ट तैयार करें तथा कार्यक्रम में शामिल होने वाले लोगो की जानकारी भी तैयार करें , ताकि उसी प्रकार से व्यवस्था कराई जा सके।
पढ़िए आयोजन की पूरी रूपरेखा
मोहर्रम कमेटी ने बताया कि मोहर्रम का पर्व 6 जुलाई को मनाया जाना है । मोहर्रम की पहली तारीख से लेकर 10 तारीख तक यानि 6 जुलाई तक नगर के युवाओं व्दारा शेर बनकर नाचने की परंपरा रहती है ,जो शेर बनकर ईमामबाड़ा पहुंचते है और अपनी हाजिरी लगाते है । मोहर्रम की पांचवी तारीख यानि 1 जुलाई को ईमामबाड़े में परचम कुसाई का कार्यक्रम आयोजित होगा । मोहर्रम की सातवी तारीख यानि 3 जुलाई को हस्बदस्तूर गिरोह ईमामबाड़ा कैंप से 7 बजे शाम जामा मस्जिद बाजार उमरिया के लिए रवाना होगा । जलसे का आयोजन किया जाएगा । इसी दिन रात्रि 11 से 12 बजे के बीच बाबा हुजूर की सवारी ईमामबाड़ा से उठकर नगर में गश्त करेगी । मोहर्रम की आठवी तारीख यानि 4 जुलाई को इमामबाड़ा का गिरोह रात 9 बजे से बाजार का गश्त करेगा । मोहर्रम की नौवी तारीख यानि 5 जुलाई को मोहर्रम का जलसा शाम 7 बजे से प्रारंभ होकर सुबह 6 बजे तक चलेगा । इसी रात 3 से 4 बजे के बीच बाबा हुजूर की सवारी ईमामबाड़ा से उठकर नगर का गशत करेगी तथा मुरादगाह पहुंचकर मुरादियों को मुराद बांटेगी व सुबह 6 बजे सवारी मुरादगाह से ईमामबाड़ा वापस आएगी। इसी तरह मोहर्रम की 10 तारीख यानि 6 जुलाई को दोपहर 2 बजे से लोगो की भीड़ आना प्रारंभ हो जाएगी। इसी दिन बाबा हुजूर की सवारी सायं 4 बजे के आस पास इमामबाड़ा से उठकर मुरादगाह स्थल पहुंचेगी। मुरादगाह के बाद बाबा हुजूर की सवारी गांधी चौक, जामा मस्जिद से पुनः गांधी चौक तथा खलेसर होते हुए कर्बला के लिए प्रस्थान करेगी जहां बाबा हुजूर की सवारी ठंडी होगी । मोहर्रम की 12 तारीख यानि 8 जुलाई को हस्बरदस्तूर इमामबाडे वाले 8 बजे सुबह मातमी बाजे के साथ कर्बला शरीफ के लिए रवाना होगे तथा दोपहर 12 बजे तक वापस होगे ।
बैठक में ये रहे उपस्थित
बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत अभय सिंह, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रतिपाल सिंह महोबिया, संयुक्त कलेक्टर रीता डेहरिया, एसडीओपी पुलिस नागेंद्र प्रताप सिंह, तहसीलदार बांधवगढ दिलीप सोनी, मुख्य नगर पालिका अधिकारी किशन सिंह, अजय सिंह, राकेश प्रताप सिंह, राजेश शर्मा, शंभू लाल खट्टर, पुष्पराज सिंह, मेंहदी हसन, एराश खान, अफसर अली राही, यश सिंह, अब्दुल अलीम, मो असलम शेर, राहुल कुमार साहू प्लाटून कमांडर, एसडीओ पीडब्ल्यूडी एस के वर्मा, एई आर के जायसवाल, राजेन्द्र कोल, मोहम्मद असलम, मो आजाद, सूबेदार शरद श्रीवास्तव, सी के तिवारी यातायात निरीक्षक उपस्थित रहे।