Umaria News : उमरिया जिले में इन दिनों डिक्की में रखे कैश को पार करने वाले गिरोह की नजर लग गई हैं 11 जनवरी की दोपहर तकरीबन 4 से 5 बजे के बीच बैंक से बैंक से कैश निकालने के बाद पाली के वार्ड नम्बर 5 निवासी पुरुषोत्तम कोल खरीददारी करने के लिए बिरासनी माता मंदिर के पास स्कूटी खडी कर सोने चाँदी की दुकान में चले गए तभी अज्ञात आरोपियों ने डिक्की में रखे 5 लाख रुपए लॉक तोड़कर पार कर दिए,घटना की तस्वीरे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई,वही घटना की जानकारी लगते ही पाली पुलिस ने मामले की जानकारी पुलिस अधीक्षक उमरिया प्रमोद कुमार सिन्हा को दी,पुलिस अधीक्षक ने भी घटना स्थल का मुआयना किया.
अलर्ट मॉड पर पुलिस
पुलिस अधीक्षक प्रमोद कुमार सिन्हा की अगुवाई में जिले के सभी थाना क्षेत्रों सहित आसपास के जिलों में घटना की जानकारी देकर नाकाबंदी करवाई गई हैं. साथ ही राष्ट्रिय राजमार्ग पर लगे अन्य सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी खंगाले जा रहे है.
CCTV फुटेज
10 हजार का ईनाम घोषित
पुलिस अधीक्षक उमरिया ने डिक्की तोड़कर 5 लाख पार करने वालें दोनों अज्ञात आरोपियों पर 10 हजार का ईनाम भी घोषित किया गया है.
चार माह के भीतर दूसरी घटना :
गौरतलब हैं की चार माह के भीतर की यह दूसरी घटना हैं इसके पूर्व नौरोजाबाद थानान्तर्गत करकेली बस स्टैंड से 22 सितम्बर 2022 को राष्ट्रिय राजमार्ग 43 पर स्थित सेंट्रल बैंक ऑफ़ इंडिया से चिरुहला निवासी 37 वर्षीय राजू बैगा ने बेटी की शादी में खर्च करने के लिए 80 हजार रूपए कैश निकाल कर अपनी बाइक की डिक्की में रखकर दीपक फर्नीचर नाम की दुकान से घर के लिए कुर्सिया लेने के लिए गए,तभी पलक झपकते ही दो संदिग्ध आरोपी डिक्की का लॉक तोड़कर हरे रंग के पैकेट में रखे 80 हजार रुपए पार कर रफूचक्कर हो गए थे, घटना सीसीटीवी में कैद तो नही हो पाई थी पर पास ही सैलून की दुकान में शेविंग करवा रहे एक व्यक्ति ने सैलून में लगे मिरर में देखा की दो लोग डिक्की से पैसे निकाल रहे हैं, हालाँकि उसे लगा की वह उन्ही की बाइक होगी इसलिए उसने कोई आपत्ति दर्ज नही की थी.
क्या दोनों घटनाओं के जुड़े हैं तार ?
डिक्की तोड़कर कैश निकालने की दोनों घटनाएँ उमरिया जिले के अलग अलग थाना क्षेत्रों में घटित हुई हैं पर दोनों घटनाओं में समानता यह हैं की दोनों बैंक राष्ट्रिय राजमार्ग 43 के किनारे हैं और बैंक परिसर से ही पैसे निकालने वालों की रेकी आरोपियों द्वारा की जाती है.
ऐसे में डिक्की से पैसा निकालने वाले किसी अन्तर्राज्यीय संगठित गिरोह का ही इसमें हाथ हो सकता हैं और यदि पाली में घटना को अंजाम देने वाले यदि पुलिस के हाथ लगते हैं तो करकेली में हुई घटना के तार भी आरोपियों के साथ जुड़ सकते है.