नगर के वार्ड नम्बर 19 विकटगंज के शिवताल कॉलोनी में चल रहा हड्डी गोदाम ने रहवासियों का जीना दुश्वार कर दिया है। वर्षों से हो रही लगातार शिकायतों के बाद भी नगर पालिका उमरिया द्वारा हड्डी गोदाम नहीं हटवाए जाने से परेशान लोगों का आज आक्रोश फूट गया,स्थानीय रहवासियों ने बताया की विकटगंज के शिवताल कॉलोनी में लम्बे अर्से से हड्डी गोदाम संचालित किया जा रहा है। सुबह-शाम साइकिलों से जानवरों की हड्डियां आती हैं और स्टाक करके उन्हे बाहर भेजा जाता है। हड्डियों की बदबू के कारण सुबह-शाम तो सांस लेना भी मुश्किल होता है। शिकायत में बताया गया है.
देशभर के कई जिलों में ऐसी घटनाएँ सामने आई है जब हड्डी गोदाम में नर कंकाल बरामद हुए है क्या उमरिया के शहरी क्षेत्र के इस हड्डी गोदाम में इकट्ठी हड्डिया इन्सान की है या किसी चौपाए की यह तय कौन करेगा नगर का दुर्भाग्य है की शहर के बीचोंबीच संचालित इस हड्डी गोदाम की कभी इस नजरिये से जाँच नही हो पाई की इस हड्डी गोदाम के कोई आपराधिक कनेक्शन तो नहीं है.प्रशासनिक सुस्ती कहें या हड्डी गोदाम संचालक का रसूख की आज तक विरोध के स्वर कई बार उभरे है लेकिन उन्हें धन बल और बाहू बल से दबा दिया जाता है. क्या जब कोई सनसनीखेज वारदात सामने आएगी तभी इस हड्डी गोदाम पर प्रशासन कार्यवाही करेगा या समय रहते इसे यहाँ से हटाया जाएगा.
दलील सुन चौंक जाएगे आप
यही नहीं हड्डी गोदाम में लोडिंग अनलोडिंग काम में लगे मजदूर नशे में चूर रहते हैं इस बारे में जब आज लोगो ने आपत्ति की तो हड्डी गोदाम संचालक की दलील थी कि चुकी हड्डियों में काफी बदबू रहती है इसलिए बिना नशे के यह काम नही कर पाते मजदूर इसलिए मजबूरन इन्हें नशा करना पड़ता है, यही कारण है की जब कोई आपत्ति दर्ज करता है तो ये मजदूर जानलेवा हमला करने के लिए पल भर में उतारू हो जाते है.
तत्कालीन कलेक्टर के आदेश की नाफ़रमानी
यह प्रकरण कोई नया नही है इसके पूर्व भी हड्डी गोदाम का लगातार विरोध स्थानीय लोगो ने किया हैं लेकिन नजूल की जमीन पर बने इस हड्डी गोदाम के संचालक की मनमानी इतनी ज्यादा है की तत्कालीन कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने भी मौके का मुयायना करने के बाद इस हटाने के निर्देश राजस्व अमले को दिए थे लेकिन कुम्भकर्णी निद्रा में सोया हुआ राजस्व विभाग ने आज तक कोई कार्यवाही नही की है.
रहवासी क्षेत्र होने के बाद बावजूद नियमों की अनदेखी करने वालों पर आज तक सख्ती नहीं की जा सकी। अब जब लोग यहां से आने वाली बदबू से परेशान हो गए तो आखिरकार उनका गुस्सा फूट पड़ा और रविवार को उन्होंने पुनः हड्डी गोदाम का विरोध किया तो गोदाम संचालक ने आज भर का समय मांग कर हड्डी गोदाम हटाए जाने की बात की .
नियमों की अनदेखी
जिला मुख्यालय के इस वार्ड नम्बर 19 में पर प्रदूषण बोर्ड के नियमों की भी खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है लेकिन कोई देखने वाला नहीं। प्रदूषण नियंत्रण विभाग सिर्फ सफ़ेद हाथी साबित होता नजर आ रहा है,नियमानुसार आबादी क्षेत्र से दूर इस तरह की ऐसे गोदाम होना चाहिए। इस नियम का खुलेआम उल्लंघन किया जाता है। यहां तो रहवासी क्षेत्र में ही इन्हें संचालित किया जा रहा है।
हड्डी गोदाम बाकी समय में बना रहता है नशाखोरी का अड्डा
वैसे तो विकटगंज की शिवताल कॉलोनी जिला मुख्यालय के वार्ड नम्बर 19 के रूप में शहरी क्षेत्र में सुमार है लेकिन आज भी यह क्षेत्र ग्रामीण क्षेत्र के पिछड़े इलाके से भी बद्दतर स्थिति में है,हड्डी गोदाम में बाकी समय आवारा तत्वों का जमवाडा लगा रहता है यही कारण है की विकटगंज की शिवताल कॉलोनी में एक के बाद एक तीन से चार चोरियां लगातार हो चुकी है , रात भर क्षेत्र में आवारा तत्वों का जमवाडा लगा रहता है.
शहरी वार्ड के बीचों बीच संचालित हड्डी गोदाम नगर की आवोहवा में बदनुमा दाग बना हुआ है जिले के संवेदनशील कलेक्टर से नगर वासियों ने अपील की है की हड्डी गोदाम को यहाँ से हटवाएं ताकि नगर वासी सुकून से अपने घरों में रह सकें.