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जानिए क्यों Dudhwa की सुपरमॉम Tigress “Beldanda” पर्यटकों को करवाती हैं घंटो इन्तेजार 

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जानिए क्यों Dudhwa की सुपरमॉम Tigress "Beldanda" पर्यटकों को करवाती हैं घंटो इन्तेजार 
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Dudhwa Tiger Reserve News : गर्मियों के दिन काफी उबाऊ होते हैं.अक्सर आपको दोपहर में नींद आ ही जाती होगी.भले ही आप दोपहर में सोने की आदी ना हो लेकिन गर्मी के सीजन में दोपहर में झपकी लग जाना आम बात होती है.इसी झपकी की समस्या से इन दिनों काफी परेशान है Dudhwa Tiger Reserve  की महारानी  Tigress “Beldanda”.हाल ही में  Tigress “Beldanda” का एक फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें वह अपने मनपसंद जलाशय के पास में आराम करती हुई नजर आ रही है.

पर्यटक भले ही देश विदेश के किसी भी कोने से आए हो अगर उन्हें टाइगर साइटिंग करनी है और अगर  Tigress “Beldanda”अगर सो रही है तो किसी की क्या मजाल के बाघिन को सोते हुए उठा दे.पर्यटक घंटो  Tigress “Beldanda”  का इंतजार करते हैं कि वह कब उठेगी और कब उसकी फुल फ्लैश तस्वीर उनके कमरे में कैद होगी.क्योंकि tigress “BELDANDA” अपने क्षेत्र की महारानी है अपने टेरिटरी में वह जो मन में आता है वह करती है.

जानिए क्यों Dudhwa की सुपरमॉम Tigress "Beldanda" पर्यटकों को करवाती हैं घंटो इन्तेजार 

Dudhwa Tiger Reserve के तराई क्षेत्र के मुख्य आकर्षण के रूप में किशनपुर जोन की यह बोल्ड और बहुत ही खूबसूरत tigress “BELDANDA”अक्सर गर्मी के दिनों मेंअपने फेवरेट वाटर होल के पास में घास के मैदान में आराम करती हुई इन दिनों मोबाइल कैमरे में कैद होती है.बाकी जिस क्षेत्र में आराम फरमाती है उस क्षेत्र की सुंदरता देखते ही बनती है जब  Tigress “Beldanda” यहां शांत और कूल माइंड बैठी होती है.

जानिए क्यों Dudhwa की सुपरमॉम Tigress "Beldanda" पर्यटकों को करवाती हैं घंटो इन्तेजार 
जानिए क्यों Dudhwa की सुपरमॉम Tigress “Beldanda” पर्यटकों को करवाती हैं घंटो इन्तेजार

Dudhwa Tiger Reserve  से जुड़े वाइल्डलाइफ एक्सपर्ट्स बताते हैं कि बाघिन “बेलडांडा”  अब तक 13 बाघ शावकों की मां बन चुकी है.इसलिए बाघिन “बेलडांडा”  सुपरमॉम के नाम से भी जाना जाता है.दुधवा टाइगर रिजर्व में बाघों की वंश वृद्धि में बाघिन “बेलडांडा” का विशेष योगदान है.

वाइल्डलाइफ एक्सपर्ट्स बताते हैं कि गर्मी के दिनों में बाघों की तरह बाकी ने भीबड़ी नींद लेने के लिए जानी जाती हैं.बाकी ने अक्सर ठंडे क्षेत्रों में आराम करनाज्यादा पसंद करती हैं जहां झाड़ियां खास के मैदान हो चट्टान हो गुफाएं हो या फिर घने पेड़ों की छाया हो या फिर कीचड़ या रेतीली जमीन हो.बाघ नींद के दौरानअपनी उर्जा बचाते हैं और इसके बाद काफी रिफ्रेश हो करके अपनी टेरिटरी में घूमते हैं या फिर शिकार करते हैं.

गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी और बहराइच जिलों के Dudhwa National Park   1284.3 वर्ग किलोमीटर में फैला है। वर्ष 1987 में प्रोजेक्ट टाइगर के तहत दुधवा राष्ट्रीय उद्यान को Dudhwa Tiger Reserve   के रूप में नॉमिनेट किया गया है।

Dudhwa Tiger Reserve Tigress beldanda
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मेरा नाम संजय विश्वकर्मा है,वैसे मेरा ख्याल है ‘खबर वह है, जिसे कोई दबाना चाहे। बाकी सब केवल विज्ञापन है’ बतौर पत्रकार मेरा काम है, कि यथासंभव स्पष्ट रूप से ख़बरों की सच्चाई से आपको रूबरू करवा सकूँ। सच बोलता हूँ और विभिन्न परिस्थितियों में सही और सटीक काम करने का प्रयास भी करता हूँ। आप 09425184353 पर संपर्क करके मुझे खबर से अवगत करवा सकते हैं। आपका नाम और पहचान सार्वजानिक नही करूँगा।
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