Tiger Rescue News : मध्य प्रदेश जहां पूरे देश में अधिक बड़ों की संख्या के लिए जाना जाता है.वहीं इन दोनों मध्य प्रदेश में मानव-बाघ द्वन्द भी बढ़ता जा रहा है.ताजा मामला मध्य प्रदेश के सिवनी जिले का है जहां पेंच टाइगर रिजर्व से लगे हुए क्षेत्र में आज एक नर बाघ का रेस्क्यू किया गया है.
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कल बाघ के हमले से हुई थी युवक की मौत
20 जून को सिवनी जिले के बावनथड़ी गांव के 18 वर्षीय युवक सुमित पंद्रे की मौत हो गई। वह अपने साथियों के साथ गांव के पास स्थित दक्षिण सिवनी सामान्य वन मंडल के पिंडरई बुट्टे बीट के जंगल में मवेशी चराने गया था, तभी उस पर बाघ ने हमला कर दिया।बाकी हमले से घायल हुआ सुमित ने दम तोड़ दिया था. युवा की मौत के बाद से क्षेत्र में असंतोष व्याप्त हो गया था.स्थानीय निवासी बाघ को अन्यत्र शिफ्ट किए जाने की मांग लगातार उठा रहे थे. स्थानीय ग्रामीणों की मांग और जनप्रतिनिधियों के सलाह के बाद में पीसीसीएफ वाइल्डलाइफ भोपाल से बाघ की शिफ्टिंग की अनुमति मांगी गई.अनुमति प्राप्त होती ही आज बाघ का रेस्क्यू कर लिया गया है.
7 माह पहले बाघ ने किया था एक और हमला
घटनास्थल के पास वन विभाग का कैमरा ट्रैप लगा था, जिसमें बाघ की तस्वीर कैद हुई। यही बाघ करीब सात महीने पहले, 30 नवंबर 2024 को, इसी गांव के एक अन्य युवक पर भी हमला कर चुका था, जिससे उसकी भी मौत हो गई थी।
वनकर्मियों पर भी करता था हमला
यही नहीं बाघ के बिहेवियर में लगातार बदलाव होता जा रहा था.और बाघ लगातार आक्रामक भी होता जा रहा था.जंगल छोड़कर के रहवासी क्षेत्र की ओर बाग का आना भी चिंता का विषय बना हुआ था.पिछले एक महीने में इस बाघ ने जंगल में काम कर रहे वनकर्मियों और ग्रामीणों पर कई बार झपटने की कोशिश की थी। इस बाघ से लोगों की जान को खतरा था और ग्रामीणों में आक्रोश भी था, जिससे बाघ को नुकसान पहुंचने की आशंका थी।
बाघ के बिहेवियर का होगा अध्ययन
वाइल्ड लाइफ के जानकारी बताते हैं कि उक्त बाघ को अब बाड़े में रख करके इसके बिहेवियर का अध्ययन किया जाएगा.बिहेवियर का अध्ययन करने के दौरान बाघ का स्वास्थ्य का परीक्षण भी किया जाएगा.इसके पश्चात यह निर्णय लिया जाएगा कि इसे किसी अन्य कोर जोन में छोड़ जाए या फिर किसी अन्य टाइगर रिजर्व में जहां बाघों की जरूरत है इसे भेजा जाए.