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Tigress ‘Mausi Maa’ ना देती सहारा तो Sanjay Dubari के ये 3 बाघ बन जाते आदमखोर 

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Tigress ‘Mausi Maa’ ना देती सहारा तो Sanjay Dubari के ये 3 बाघ बन जाते आदमखोर 
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Sanjay Dubri Tiger Reserve की बाघिन T28 जिसे मौसी मां के नाम से Sanjay Dubri Tiger Reserve के साथ-साथ वाइल्डलाइफ प्रेमी बहुत अच्छे तरीके से जानते हैं। आज इस Tigress ‘Mausi Maa’ के बारे में पढकर आप जानेंगे कि मानव जीवन में जो फिलिंग्स होती हैं वही फीलिंग से वन्यजीवों में भी होती हैं। वन्यजीवों को अक्सर हम जानवर कहकर बुलाते हैं लेकिन अगर उनके बारे में यह तक जान जाए तो समझ में आएगा कि हमारी भावनाएं और वन्यजीवों की भावना में कोई भी फर्क नहीं होता है।

Tigress ‘Mausi Maa’ ना देती सहारा तो Sanjay Dubari के ये 3 बाघ बन जाते आदमखोर 
Tigress ‘Mausi Maa’

जानिए कौन हैं Tigress ‘Mausi Maa’ ?

आज हम आपसे बात कर रहे हैं सीधी जिले के Sanjay Dubri Tiger Reserve की Tigress ‘Mausi Maa’ जो की हाल ही में काफी चर्चा में आ गई थी। दरअसल Tigress ‘Mausi Maa’ ने अपने साथ 4 साल तक पांच बाघ शावकों को रखने के बाद में उन्हें स्वतंत्र जंगल में टेरिटरी स्थापित करने के लिए छोड़ दिया है। वैसे तो यह जंगल का सामान्य नियम है,कोई भी बाघिन अपने साथ में अपने बाघ शावको को अधिक से अधिक ढाई साल तक रखती है उसके बाद उन्हें स्वतंत्र रूप से जंगल के अंदर अपनी अपनी टेरिटरी बनाते हैं।लेकिन यह भी चर्चा का विषय है कि इस बाघिन ने बाघ शावकों  को अपने साथ 4 साल तक रखा है.लेकिन बाघिन T28 यानी Tigress ‘Mausi Maa’ के साथ जो 5 बाघ शावक बीते 4 वर्ष से रह रहे थे। उन बाघ शावकों को में मात्र दो ही ऐसे बाघ शावक थे जो उसकी एक्चुअल संतान थे। बाकी तीन बाघ शावक उसके बच्चे नहीं थे।

किसके बच्चे थे ये 3 बाघ शावक

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि Sanjay Dubri Tiger Reserve की बाघिन कमली (Tigress Kamli) जो की एक ट्रेन एक्सीडेंट में मौत का शिकार हो गई थी। घटना 16 मार्च 2021 की थी जब Tigress T-18 जिसे Tigress Kamli के नाम से जाना जाता था वह दुर्घटना का शिकार हुई थी। दुर्घटना का शिकार होने से ठीक 9 महीना पहले Tigress T-18 ने 4 बाघ शावको को जन्म दिया था जो उसके साथ-साथ रहते थे। 17 मार्च 2021 को इलाज के दौरान Tigress Kamli ने दम तोड़ दिया। Tigress T-18 (Tigress Kamli) की मौत के बाद प्रबंधन अलर्ट मोड में आ गया और चारों बाघ शावकों की सुरक्षा के लिए दिन-रात विभागीय हाथियों की मदद से देखभाल करना शुरू कर दिया। इन चारों बाघ शावकों को में से एक की मौत हो गई थी जिसे Sanjay Dubri Tiger Reserve के बाघ T26 के द्वारा अपना शिकार बना लिया गया था।उसके बाद तीनों बाघ शावक प्रबंधन की निगरानी में जंगल में थे.

Tigress ‘Mausi Maa’ ना देती सहारा तो Sanjay Dubari के ये 3 बाघ बन जाते आदमखोर 
Tigress Kamli

कैसे मौसी माँ के संपर्क में आए कमली के तीनों शावक

दरअसल जिस बाघिन T18 की मौत ट्रेन एक्सीडेंट में हुई थी उसी की बहन बाघिन टी-28 (Tigress ‘Mausi Maa’) ने भी जंगल के अंदर उसने अपने 3 बाघ शावकों को जन्म दिया था। वैसे तो बाघिन कमली यानी बाघिन T18 और Tigress ‘Mausi Maa’ मां यानी बाघिन T-28 आपस में बहने थी लेकिन दोनों के टेरिटोरियल क्षेत्र अलग-अलग थे। यहां बाघिन कमली की मौत के बाद उसके तीनो बाघ शावको की प्रबंधन दिन-रात निगरानी कर ही रहा था लेकिन अचानक एक दिन देखा गया की दिवगंत बाघिन कमली के तीनों बाघ शावक के बाघिन T28 के शावकों के साथ में एक साथ जंगल के अंदर नजर आए। यह देख करके प्रबंधन एका-एक डर तो गया क्योंकि कोई भी बाघ या बाघिन किसी दूसरे बाघ शावक को बर्दाश्त नहीं करते हैं। प्रबंधन के द्वारा देखा गया कि बाघिन T-28 अपने तीनों बच्चों के साथ-साथ अपनी बहन के बच्चों को भी उसी तरीके से शिकार करना सीख रही थी उन्हें भोजन उपलब्ध करवा रही थी जैसे वह अपने बच्चों को करवाती है। अब बाकी बाघिन T-28 के पास में तीन उसके बहन कमली के बाघ शावक थे और तीन उसके थे कुल 6 बाघ शावकों के साथ में बाघिन T-28 जंगल में नजर आने लगी। हालांकि किसी घटना में बाघिन T-28 के एक बाघ शावक की मौत हो गई थी इसके बाद वह अक्सर 5 बच्चों के साथ में पर्यटकों को दिखाई देने लगी।2021 से पूरे 4 साल तक Tigress ‘Mausi Maa’ हैने अपने बच्चों के साथ-साथ अपनी बहन के बच्चों को अपने साथ रखा.

Tigress ‘Mausi Maa’ ना देती सहारा तो Sanjay Dubari के ये 3 बाघ बन जाते आदमखोर 
Tigress Kamli

मौसी सहारा नही देती तो बन जाते आदमखोर 

इस विषय के बारे में वाइल्डलाइफ एक्सपर्ट बताते हैं कि कभी भी कोई भी Tiger या Tigress किसी दूसरे बाघ या बाघिन के साथ-साथ उनके बच्चों को भी बर्दाश्त नहीं करते हैं.लेकिन यह अपने आप में एक बहुत बड़ी आश्चर्यजनक घटना है.वाइल्डलाइफ एक्सपर्ट का यह भी दावा है कि अगर ये तीनो बाघ शावक अपनी मौसी माँ (Tigress ‘Mausi Maa’) के संपर्क में नहीं आते और बाघिन T-28 अगर इन्हें जंगल के कानून के साथ-साथ शिकार करना नहीं सिखाती तो आने वाले समय में ये तीनो अब बफर ज़ोन बसे गाँव में जाकर चौपायों के साथ-साथ इंसानों को अपना शिकार बना आदमखोर बन जाते.या फिर किसी अन्य बाघ का निवाला बन जाते.कुल मिलाकर बाघिन T-28 यानी मौसी मां ने इन तीनों बाघ शावको न केवल जीवन दान दिया है बल्कि इन्हें जंगल का नियम सिखा करके इन्हें खुद का साम्राज्य स्थापित करने लायक बना दिया है.आज यह दिवंगत बाघिन कमली (T18) के तीनो बच्चे बच्चे जंगल के अंदर अपनी बादशाहत कायम करने के लिए निकल चुके हैं. 

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sanjay dubri tiger reserve Tigress ‘Mausi Maa’
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संजय विश्वकर्मा खबरीलाल न्यूज़ पोर्टल हिंदी में ग्रुप एडिटर हैं। वे स्टॉक मार्केट,टेलीकॉम, बैंकिंग,इन्सुरेंस, पर्सनल फाइनेंस,सहित वाइल्ड लाइफ से जुड़ी खबरें लिखते हैं।संजय को डिजिटल जर्नलिज्म में 8 वर्ष का अनुभव है।आप संजय से 09425184353 पर सम्पर्क कर सकते हैं।
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