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MP के Tiger Reserve के कोर क्षेत्रों में 1 जुलाई से Tiger Safari बंद इन सभी बफर ज़ोन में होगी बाघों से मुलाक़ात 

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Tiger Safari MP : प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी मध्य प्रदेश के सभी टाइगर रिजर्वमें मानसून सीजन के चलते नेशनल टाइगर रिजर्व के कोर एरिया एक जुलाई से बंद हो जाएंगे। लेकिन, इस दौरान इन पार्कों के बफर क्षेत्र में सफारी जारी रहेगी और टूरिस्ट बाघ और अन्य वन्य प्राणियों के दीदार कर सकते है। पवन भोपाल को छोड़ कर अन्य नेशनल पार्क भी एक जुलाई से बंद हो जाएंगे। टाइगर रिजर्व का कोर क्षेत्र, नेशनल पार्क और सेंक्चुरी 30 सितंबर तक बंद रहेंगे। इधर, ज्यादा बारिश के कारण रातापानी टाइगर रिजर्व को 23 जून से ही बंद कर दिया गया है।

MP के Tiger Reserve के कोर क्षेत्रों में 1 जून से Tiger Safari बंद इन सभी बफर ज़ोन में होगी बाघों से मुलाक़ात 
MP के Tiger Reserve के कोर क्षेत्रों में 1 जून से Tiger Safari बंद इन सभी बफर ज़ोन में होगी बाघों से मुलाक़ात

किन किन पार्को में बंद होगी कोर ज़ोन में टाइगर सफारी 

मंडला और बलाघातट से लगा हुआ Kanha Tiger Reserve,उमरिया जिले का Bandhavgarh Tiger Reserve,सिवनी जिले का Pench Tiger Reserve,नर्मदापुरम जिले का Satpura Tiger Reserve,पन्ना जिले का Panna Tiger Reserve,सीधी और सिंगरौली जिले का Sanjay-Dubri Tiger Reserve,रायसेन और सीहोर जिले का Ratapani Tiger Reserve,दमोह और सागर जिले से लगा हुआ Veerangana Durgavati Tiger Reserve के साथ साथ शिवपुरी जिले का Madhav Tiger Reserve में कोर ज़ोन में टाइगर सफारी 1 जुलाई से 30 सितम्बर तक बंद रहेगी.

कब शुरू होगी कोर ज़ोन में टाइगर सफारी 

मध्य प्रदेश के सभी 9 टाइगर रिजर्व में कोर जोन में सफारी 1 अक्टूबर 2025 से प्रारंभ होगी.नया पर्यटन सत्र 1 अक्टूबर 2025 से शुरू होकर 30 जून 2026 तक चलेगा.

क्यों बंद होता है कोर क्षेत्र

  • माानसून सीजन वन्य जीवों का मैटिंग टाइम रहता है। इस दौरान वे खतरनाक और हिंसक भी हो सकते हैं।
  • बारिश से नदी, नालों और झरनों से जंगल के अंदर जिस्पी ट्रैक  खराब होने की भी आशंका रहती है, ऐसे में दुर्घटना की आशंका बनी रहती  है।

जारी रहेगा बफर में सफर 

जुलाई,अगस्त और सितंबर मेंअगर आप टाइगर सफारी में जाना चाहते हैं तो निराश होने की जरूरत नहीं है,क्योंकि मध्य प्रदेश के टाइगर रिजर्व में बफर में सफर किया तहत तीनों माह में टाइगर सफारी जारी रहती है.

ये है मध्य प्रदेश के टाइगर रिजर्व के बफर जोन

  • सतपुड़ा – परसापानी,जामनी देवी,सेहरा और पथाई
  • पेंच – खवासा, तेलिया, माथुर नाला, रुखड, ईखाड़ी
  • कान्हा – खटिया, खापा,फिझोरा 
  • बांधवगढ़ – धमोखर, जोहिला और पनपथा
  • पन्ना – झिन्ना, अकोला
  • संजय डुबरी – किवलारी

कोर और बफर में अंतर

कोर जोन : कोर जोन किसी भी वन क्षेत्र का वो एरिया होता है, जिसे केंद्रीय वन के रूप में जाना जाता है। इसकी सीमाएं केवल बफर जोन से मिलती हैं। इसकी सीमाएं वन क्षेत्र के बाहरी एरिया से नहीं जुड़तीं।

बफर जोन : बफर जोन सफारी का मतलब है कि जंगल के ऐसे एरिया में सैर कर रहे हैं, जिसकी सीमाएं वन क्षेत्र के आंतरिक जोन, कोर जोन से भी लगती हैं और बाहरी दुनिया के साथ भी जुड़ी होती हैं।

पीसीसी का वाइल्डलाइफ मध्य प्रदेश सुबरंजन सेन का कहना है कि एक जुलाई से सभी टाइगर रिजर्व, सेंचुरी और नेशनल पार्क (वन विहार को छोड़कर) बंद हो जाएंगे। जबकि टाइगर नेशनल पार्क के कोर एरिया बंद रहेगा, उसके बफर एरिया में सफारी होगी पर्यटक वहां बाघों के दीदार कर सकते हैं।

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Tiger Safari MP
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संजय विश्वकर्मा खबरीलाल न्यूज़ पोर्टल हिंदी में कंटेंट राइटर हैं। वे स्टॉक मार्केट,टेलीकॉम, बैंकिंग,इन्सुरेंस, पर्सनल फाइनेंस,सहित वाइल्ड लाइफ से जुड़ी खबरें लिखते हैं।संजय को डिजिटल जर्नलिज्म में 8 वर्ष का अनुभव है।आप संजय से 09425184353 पर सम्पर्क कर सकते हैं।
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