बडवानी के सेंधवा में 10 नवंबर को पुराने एबी रोड पर अंबेडकर कॉलोनी में 52 वर्षीय छगन पवार नामक व्यक्ति की अज्ञात वाहन की ठोकर लगने से मौके पर मौत हो गई,घटना की जानकारी लगते ही घर मे मातम छा गया,सूचना मिलते ही पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पीएम उपरान्त शव परिजनों को सौप दिया एवं मर्ग कायम कर मामले की विवेचना में जुट गई और पुलिस उस पिकअप वाहन तक पहुँच गई जिससे दुर्घटना कारित की गई थी।पुलिस को प्रारंभिक पूछताछ में ही मामला संदिग्ध लगा पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और सीडीआर के माध्यम से घटना की तह तक पहुँच गई। जो कि सभी को चौकाने वाली घटना थी।
दुर्घटना असल मे थी हत्या:
दरअसल जिस घटना को साधारण मर्ग का स्वरूप देने की कोशिश की गई थी को सिर्फ एक साधारण दुर्घटना नही थी बल्कि सोची समझी रणनीति के तहत हत्या की साजिश थी जिसे और कोई नही बल्कि मृतक के बेटे ने ही रचा था।
बेटे ने रची पिता के हत्या की साजिश:
पुलिस अधीक्षक दीपक शुक्ला ने मामले का खुलासा करते हुए मीडिया से रूबरू होते हुए बताया कि मृतक छगन पवार के कलयुगी बेटे का पिता के साथ पैसे को लेकर विवाद था साथ ही मृतक के नाम 10 लाख रुपए का बीमा था जब पिता ने आरोपी बेटे अनिल पवार को पैसे नही दिए तो बेटे ने पिता की हत्या करवा कर उसे दुर्घटना का स्वरूप देकर बीमा की राशि हड़पने की योजना बनाई।
ऐसे रचा षड्यंत्र :
अनिल पवार ने पिकअप वाहन के मालिक के साथ मिलकर हत्या का प्लान बनाया और एक ड्राइवर की मदद से पिकअप से ठोकर मरवा दी जिससे इसे दुर्घटना का स्वरूप देकर बीमा की राशि हड़प ले इस षड्यंत्र के लिए ढाई लाख में सौदा तय हुआ और तय सौदे के अनुसार छगन पवार को रास्ते से हटा दिया गया लेकिन सीसीटीवी फुटेज और सीडीआर ने पोल खोल दी और पुलिस ने आरोपी बेटे अनिल पवार, वाहन चालक गोलू पिता देवानंद, करण पिता शोभाराम, बिट्टू उर्फ देवेंद्र पिता रूपेश को गिरफ्तार कर लिया और 302 के तहत प्रकरण कायम कर न्यायालय में पेश कर दिया गया है।
घटना में प्रयुक्त की गई जप्ती:
आरोपी गोलू से घटना में प्रयुक्त किया गया महिंद्रा पिकअप वाहन आरोपी बिट्टू उर्फ देवेंद्र से स्कूटी आरोपी करण से ओप्पो कंपनी का मोबाइल और आरोपी अनिल से दो मोबाइल जप्त किए हैं।