25.1 bhopal
होम स्टेट न्यूज देशविदेश राजनीति क्राइम ऑटो मोबाइल मेरा पैसा मनोरंजन टेक ज्ञान लाइफ स्टाइल जॉब वाइल्ड लाइफ
---Advertisement---

Karni Sena Raili :करणी सेना 230 विधानसभा सीटों पर लड़ेगी चुनाव या कांग्रेस को देगी समर्थन

Karni Sena Raili : आर्थिक आधार पर आरक्षण की मांग और एट्रोसिटी एक्ट के विरोध में भोपाल में 8 जनवरी को होने वाले जनआंदोलन के निमंत्रण के लिए रतलाम शहर में करणी सेना परिवार एवं सर्व समाज ने विशाल आमंत्रण ...

Photo of author

Sanjay Vishwakarma

Karni Sena Raili : आर्थिक आधार पर आरक्षण की मांग और एट्रोसिटी एक्ट के विरोध में भोपाल में 8 जनवरी को होने वाले जनआंदोलन के निमंत्रण के लिए रतलाम शहर में करणी सेना परिवार एवं सर्व समाज ने विशाल आमंत्रण रैली की । रैली हनुमान ताल से शुरू होकर आमंत्रण रैली शहर के प्रमुख मार्गो से होकर शास्त्री नगर स्थित राजपूत बोर्डिंग परिसर पहुंची। करणी सेना परिवार की ओर से इस रैली का आयोजन किया जा रहा है। जिसका उद्देश्य भोपाल में होने वाली महारैली के लिए रतलाम जिले के आमजन को आमंत्रित करना है। इस आयोजन में ठाकुर जीवन सिंह शेरपुर यादवेंद्र सिंह तोमर सहित छात्राणी कविता राठौर व प्रीति सिंह सोलंकी सहित सैकड़ों महिलाओं ने भाग लिया, और आर्थिक आधार पर आरक्षण की लड़ाई लड़ रहे कार्यकर्ता शामिल हुए।

230 विधानसभा पर करणी सेना लड़ेगी चुनाव :

रैली में कई नजारे देखने को मिले यहां हजारों की भीड़ में फंसी एक एम्बुलेंस को विधिवत रास्ता दिया गया तो वहीं सैलाना बस स्टैंड पर युवा कांग्रेस नेता मयंक जाट ने अपना समर्थन देकर स्वागत किया, रैली में शैलू बना एवं लोकेंद्र सिंह पाताखेड़ी शामिल रहे उधर समापन के बाद जीवन सिंह शेरपुर ने हुंकार भरी की अगर सरकार ने हमारी मांगे नहीं मानी तो हम 230 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेंगे

8 जनवरी को होगी भोपाल में रैली:

दरअसल आर्थिक आधार पर आरक्षण की मांग और एट्रोसिटी एक्ट का विरोध करणी सेना बीते वर्षों से लगातार करती आ रही है। टीम जीवन सिंह शेरपुर के नेतृत्व में एक बार फिर करणी सेना परिवार 8 जनवरी को भोपाल में महारैली का आयोजन करने जा रही है। जिसके लिए करणी सेना परिवार की टीम मध्य प्रदेश के सभी जिलों में आमंत्रण रैली कर वर्तमान आरक्षण व्यवस्था और एट्रोसिटी एक्ट से पीड़ित वर्ग के लोगों को महारैली के लिए आमंत्रित कर रही है। आपको बता दे कि करणी सेना के पिछले आंदोलन से चुनावों में बड़ा परिवर्तन देखने को मिला था।

 

error: NWSERVICES Content is protected !!