25.1 bhopal
होम स्टेट न्यूज देशविदेश राजनीति क्राइम ऑटो मोबाइल मेरा पैसा मनोरंजन टेक ज्ञान लाइफ स्टाइल जॉब वाइल्ड लाइफ
---Advertisement---

MP News : संविदा स्वास्थ्य कर्मियों ने तले पकोड़े जताया विरोध

MP News : अनिश्चितकालीन हड़ताल का आज 13 वां दिन संविदा स्वास्थ्यकर्मियों ने पकोड़े तलकर विरोध जताया, कहा- हमारी मांगे नहीं मानी गई तो पकोड़े बेचकर जीवन निर्वाह करना पड़ेगा लगातार हड़ताल का आज 13वां दिन : जीनोम सीक्वेंसिंग पर ...

Photo of author

Sanjay Vishwakarma

MP News : अनिश्चितकालीन हड़ताल का आज 13 वां दिन संविदा स्वास्थ्यकर्मियों ने पकोड़े तलकर विरोध जताया, कहा- हमारी मांगे नहीं मानी गई तो पकोड़े बेचकर जीवन निर्वाह करना पड़ेगा

लगातार हड़ताल का आज 13वां दिन :

जीनोम सीक्वेंसिंग पर फोकस करने के लिए केंद्र द्वारा जारी एडवाइजरी के बाद आज एक ओर जहां सूबे के स्वास्थ्य मंत्री मॉक ड्रिल का जायजा ले रहे हैं वही मध्य प्रदेश संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के आह्वान पर यहां संविदा स्वास्थ्य कर्मियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल चल रही है. लगातार 13वें दिन भी कलेक्ट्रेट परिसर के सामने स्वास्थ्य कर्मियों का प्रदर्शन जारी है. इस मौके पर कर्मचारियों ने धरना स्थल पर पकौड़ा तलकर विरोध जताया और अपनी मांगों को लेकर जमकर नारेबाजी की.

See Video:

ग्रामीण क्षेत्रों में ठप्प पड़ी स्वास्थ्य सेवाएं :

उधर हड़ताल के कारण जिले की स्वास्थ्य सेवाएं भी प्रभावित हो रही है। ग्रामीण अंचल के उपस्वास्थ्य केंद्रों पर सेवा देने वाले कर्मचारी काम पर नही होने से मरीजों को जिला चिकित्सालय अस्पताल आना पड़ रहा है।

खाली पड़े जिले के उपस्वास्थ्य केंद्र :

लोक स्वास्थ् राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन मध्य प्रदेश के अंतर्गत जिले में करीब 350 से अधिक संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी कार्यरत हैं, जो 124 उप स्वास्थ्य केंद्र में सेवाएं देते हैं। कलेक्ट्रेट परिसर के सामने विकासखंड के सभी स्वास्थ्यकर्मीयों की ओर से अनिश्चितकालीन हड़ताल की जा रही है। इसमें डॉक्टर, स्टाफ नर्स व पैरामेडिकल स्टाफ शामिल है।

अब पकौड़े बेच कर करेंगे जीवनव्यापन :

अनिश्चितकालीन हड़ताल के बीच में स्वास्थ्यकर्मियों ने आज दिन मंगलवार को धरना स्थल पर पकौड़े तले कर प्रदेश सरकार को जगाने का प्रयास किया। जिलाध्यक्ष नीलेश द्विवेदी का कहना है कि यदि सरकार नियमितीकरण के अलावा अन्य मांगे नहीं मानती है तो हमें पकोड़े बेचकर ही जीवन यापन करना पड़ेगा।

यदि समय रहते संविदा स्वास्थ्य कर्मियों की मांगों को नही माना गया या बीच का रास्ता नही निकाला गया तो जिले और प्रदेश में आने वाले समय मे हालात बिगड़ सकते हैं।

error: NWSERVICES Content is protected !!