देश भर में फैले डिजिटल अरेस्ट के नेक्सस को तोड़ने से जुड़ी बड़ी खबर ग्वालियर से सामने आई है। जहां 02 करोड़ 52 लाख की रकम से जुड़े डिजिटल अरेस्ट मामले में सायबर क्राइम थाना पुलिस ने अब तक की सभी बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है,ग्वालियर सायबर पुलिस ने 10 आरोपी पकड़े।
इनमें मुख्य आरोपी “बिग बी” का सबसे करीबी माइकल को भी दबोच लिया गया है। इनकी रिमांड के बाद सायबर पुलिस को और भी कई महत्वपूर्ण जानकारी हाथ लग सकेगी।
दरअसल बीती 15 अप्रैल 2025 को रामकृष्ण आश्रम के सचिव सुप्रदीप्तानन्द को डिजिटल अरेस्ट किया था,सायबर फ्रोडेस्ट ने डिजिटल अरेस्ट कर 02 करोड़ 52 लाख की रकम ठग ली थी। सचिव सुप्रदीप्तानन्द ने ग्वालियर सायबर क्राइम बिंग में इसकी शिकायत की थी। शुरुआती जांच में सामने आया था कि ठगी की रकम 10 खातों में ट्रांसफर हुई थी।जिनमे एक खाते में 30 लाख का बड़ा अमाउंट ट्रांसफर हुआ था।इसके जरिये सायबर क्राइम TI धर्मेंद्र कुशवाहा को बड़ी लीड मिली थी,जिसके बाद उनके नेतृत्व में उत्तप्रदेश के लखनऊ और इलाहाबाद में एक साथ रेड की गई। इलाहाबाद में टीम के हाथ कुछ नहीं लग सका लेकिन लखनऊ में सफलता मिली। टीम ने वहाँ से डिजिटल अरेस्ट में शामिल 10 आरोपी पकड़े।
शुरुआती जांच में साइबर क्राइम टीम की पूछताछ में जानकारी सामने आई है कि पकड़े गए 09 आरोपीयो को लीड आरोपी माइकल करता था।माइकल ने 22 अरब के लगभग डिजिटल फ्रॉड कर ट्रांजेक्शन किये जाने की बात पुलिस को बताई है।पुलिस गिरफ्त में आया माइकल डिजिटल अरेस्ट कर फ्रॉड करने वाले मुख्य सरगना BIG-B के इशारे पर टीम से काम करवाता था। टीवी सीरियल बिग बॉस की तरह मुख्य आरोपी BIG-B अपना चेहरा किसी को नही दिखाता था,वह माइकल के जरिये टीम से इंटरनेट कॉल के जरिए ही बात करता था।इसके कारण किसी ने भी उसका चेहरा नहीं देखा। पुलिस का कहना है कि पकड़े गए आरोपियों से रिमांड के जरिये पूछताछ की जाएगी। जिसके बाद डिजिटल अरेस्ट फ्रॉड से जुड़ी अन्य वारदातों का भी खुलासा हो सकेगा।