Bandhavgarh News : विश्वप्रसिद्ध बांधवगढ़ टाईगर रिज़र्व में आज 1 अक्टूबर की सुबह फील्ड डायरेक्टर अनुपम सहाय की मौजूदगी में ताला कोर ज़ोन के गेट में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूजा पाठ के बाद पर्यटकों की जिप्सियों को हरी झंडी दिखाकर पर्यटन सत्र वर्ष 2025-26 का शुभारंभ किया गया।
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सभी गेट में पर्यटकों का हुआ स्वागत
इस नए सत्र में फील्ड डायरेक्टर अनुपम सहाय की अगुवाई में ताला गेट के अलावा मगधी,खितौली के साथ साथ ज्वालामुखी,पनपथा और पारसी गेट में भी पर्यटकों का स्वागत किया गया है।
अगले 9 माह तक चलेगा पर्यटन सत्र
फील्ड डायरेक्टर बांधवगढ़ अनुपम सहाय ने बताया कि 1 अक्टूबर 2025 से शुरु हुआ यह पर्यटन सत्र 30 जून 2026 तक कुल 9 माह चलेगा।9 माह के इस पर्यटन सत्र में ताला,मगधी और खितौली कोर ज़ोन के जँगल में NTCA की गाइडलाइन के अनुसार पर्यटन चालू रहेगा।
मॉर्निंग और ईवनिंग सफारी के माध्यम से पर्यटक बाघों के साथ-साथ बांधवगढ़ की बायोडाइवर्सिटी को नजदीक से देख सकेंगे।वही उन्होंने बताया कि नाईट सफारी भी पर्यटकों के लिए शुरू रहेगी।
गाइड और जिप्सी संचालकों में उत्साह नए जिप्सियों मालिको में असंतोष
3 माह के मानसून सत्र के बाद में बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में पर्यटन शुरू होने पर जहां जिप्सी संचालकों में और गाइडों के बीच उत्साह है। वही प्रबंधन के द्वारा नई जिप्सी को जोड़ने की प्रकिया भी चल रही है।अभी पार्क में 248 जिप्सियां रजिस्टर्ड है,और लगभग 100 नई जिप्सियों को जोड़ने के आवदेन प्रबंधन के पास आए हुए है।नया सत्र शुरू हो गया है लेकिन अभी तक प्रबंधन यह निर्णय नही ले पाया है कि कितनी नई जिप्सियों को पार्क में एंट्री दी जाएगी।बीते वर्ष यही असंतोष आंदोलन का रूप ले चुका था।इस नए सत्र में फील्ड डायरेक्टर बांधवगढ़ बीते वर्ष के असंतोष को कैसे मैनेज करेंगे यह तो आने वाला समय ही बताएगा।नई जिप्सियों को जोड़ने से जहाँ जिप्सियों को मिलने वाले रोस्टर की संख्या में कमी आएगी लेकिन लगातर नई जिप्सियों को जोड़ने की मांग को लेकर प्रबंधन के निर्णय का इन्तेजार नए जिप्सी मालिक कर रहे है।हालांकि फील्ड डायरेक्टर ने पहले ही संकेत दे दिए थे कि लगभग 50 नई जिप्सियों को ही जोड़ा जाएगा।
क्यों है बांधवगढ़ आकर्षण का केंद्र
उमरिया जिले के कुल क्षेत्रफल 4548 वर्ग किलोमीटर के 1536 वर्ग किलोमीटर में फैले बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान में बाघों की संख्या पूरे मध्यप्रदेश के टाईगर रिज़र्व की अपेक्षा अधिक है।बाघों का अधिक घनत्व और बांधवगढ़ की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर्यटकों को खूब आकर्षित करती है यही कारण है कि बीते सत्र में प्रदेशभर के सभी टाईगर रिज़र्व की अपेक्षा यहां देशी और विदेशी पर्यटक सबसे ज्यादा पहुँचे थे।