रीवा। विंध्य की आस्था और परंपरा से जुड़ी रीवा राजघराने की ऐतिहासिक गद्दी पूजा शुक्रवार को किला परिसर में सम्पन्न हुई। यह परंपरा पिछले चार सौ वर्षों से लगातार चली आ रही है, जिसे रीवा और विंध्य क्षेत्र की समृद्ध विरासत का प्रतीक माना जाता है।
राजा पुष्पराज सिंह ने किला स्थित गद्दी पर परंपरागत विधि-विधान से पूजा अर्चना की। इस अवसर पर राजघराने के सभी सदस्य, रीवा राज्य के गणमान्य नागरिक एवं बड़ी संख्या में आमजन उपस्थित रहे।
गद्दी पूजा के पश्चात दशहरे के मुख्य आयोजन के तहत रीवा के एनसीसी मैदान में रावण, कुंभकर्ण और मेघनाद (इंद्रजीत) के पुतलों का दहन राजा पुष्पराज सिंह द्वारा किया गया। इस आयोजन को देखने हजारों लोग जुटते हैं और परंपरा का हिस्सा बनते हैं।











