सरकार के तमाम दावों के बावजूद भी प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाएं सुधरने का नाम नहीं ले रही हैं । आज छिंदवाड़ा में काफी देर तक 108 एंबुलेंस के लिए फोन करने के बावजूद भी जब एंबुलेंस नहीं आई तो मजबूरन परिजन ऑटो में गर्भवती को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे मगर अस्पताल के गेट में ही महिला की डिलीवरी हो गई ।
बताया जाता है कि स्थानीय नोनिया करबल निवासी रीना सातपुते को प्रसव पीड़ा होने पर उसके पति गोलू सातपुते ने 108 एंबुलेंस के लिए बार बार फोन किया लेकिन एंबुलेंस नहीं आई मजबूरन गोलू ने अपनी पत्नी को ऑटो में बैठा कर जिला अस्पताल लाने की कोशिश की परंतु जिला चिकित्सालय के गेट नंबर 3 में पहुंचते ही महिला ने बच्चे को जन्म दे दिया । वहां पर आसपास मौजूद महिलाओं ने कपड़े की आड़ करके महिला का प्रसव कराया ।
महिला और बच्चे को अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां उनका इलाज जारी है । आज की घटना को लेकर जिले की चिकित्सा सुविधाओं पर फिर सवाल उठने लगे हैं ।