बिगड़ैल बाघ को कुछ ही घण्टो में सुन्दरगज, अष्टम और लक्ष्मण ने कर दिया प्रबंधन के हवाले
बाँधवगढ़ टाईगर रिज़र्व के पतौर वनपरिक्षेत्र में के ग्राम बमेरा में बीते 12 घण्टे से बाघ ने उस जगह डेरा डाल दिया था जहाँ गौशाला में घुसकर उसने शिकार करने के दौरान कम्मा यादव पर हमला कर बुरी तरह से जख्मी कर दिया था।
बाघ की मौजूदगी की खबर लगते ही प्रबंधन मौके पर पहुँचा और वन परिक्षेत्र अधिकारी अर्पित मृणाल के नेतृत्व के नेतृत्व में रातभर बाघ के इर्दगिर्द वाहनों का घेरा डालकर रात भर न केवल तकवारी में लगा रहा बल्कि बाघ को खाने के लिए एक बकरे का इन्तेजाम भी किया गया।क्योंकि भूखा बाघ अपने शिकार को खाने के लिए ही पुनः घटना स्थल पर पहुँचा था।
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आराम में डाला खलल
ईधर हाथी महोत्सव में मशगूल विभागीय हाथियों के आराम में खलल पड़ गया क्योंकि प्रबंधन उनसे महोत्सव के दौरान कोई काम नही लेता लेकिन बाघों के संरक्षण और संवर्धन के साथ साथ कोर ज़ोन में निवासरत ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध प्रबंधन ने गांव में फैली दहसत को दूर करने का जिम्मा विभागीय हाथी सुन्दरगज, अष्टम और लक्ष्मण को दिया तीनो हाथियों की मदद से कुछ ही घण्टो में लैंटाना की झाड़ियों में छिपे बाघ का रेक्सयू कर लिया गया है।
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रक्षा जाएगा अभिरक्षा में
ग्राम बमेरा में आतंक फैलाने वाले बाघ को ट्रेंकुलाइज कर बांधवगढ़ टाईगर रिज़र्व के मगधी कोर ज़ोन में बने बहेरवाह बाड़े में रखा जाएगा। और उसका स्वास्थ्य परीक्षण भी किया जाएगा।