बताया जाता है कि प्रार्थी इंद्र कुमार साहू द्वारा सर्विस प्रोवाइडर लाइसेंस के लिए आवेदन दिया गया था जिसको प्रदान करने के लिए 25000 की रिश्वत मांगी जा रही थी लेकिन बाद में मामला 10000 में तय हो गया प्रार्थी द्वारा लोकायुक्त में शिकायत किए जाने के बाद आज आरोपी देवी प्रसाद ग्यासवंशी को ₹10000 रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया ।
शिकायतकर्त्ता इंद्र कुमार साहू ने बताया की मैंने सर्विस प्रोवाइडर का लायसेंस लिया हुआ है पिछले दो माह पहले मैंने लायसेंस रिन्यू के लिए 6 मार्च 2023 को आवेदन किया था.इस एवज में मेरी सर से कई बार बात हुई,लेकिन मेरा लायसेंस रिन्यू नही किया गया. देवी प्रसाद ग्यासवंशी साब ने मेरे से 25000 रुपए की बात की है,लेकिन 10000 लेने के लिए राजी हो गए.
वही स्वप्निल दास डीएसपी लोकायुक्त ने बताया कि दिनांक 11 अप्रैल को छिंदवाड़ा निवासी इंद्र कुमार साहू ने कार्यालय आकर लिखित शिकायत दर्ज कराई की वह सर्विस प्रोवाइडर का काम करता है और पंजीयक कार्यालय छिंदवाडा में लायसेंस रिन्यू का समय होता है उसमे हमें लायसेंस रिन्यू कराना पड़ता है,इसके लिए मैंने आवेदन किया था. काफी समय गुजर जाने के बाद भी लायसेंस रिन्यू का काम जब नही हो पाया,इस मामले में जब पंजीयक कार्यालय में पदस्थ देवी प्रसाद ग्यासवंशी से जब शिकायतकर्ता की मुलाक़ात हुई तो जो की पंजीयक कार्यालय में बाबू है,उक्त बाबू ने लायसेंस रिन्यू करने के एवज में 25000 रुपए की मांग की गई.शिकायत प्राप्त होने के बाद पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त द्वारा कार्यवाही के निर्देश दिए गए और विधिवत शक्ष्य के लिए वीडियो रिकॉर्डिंग कराई गई,मोल भाव करने पर 10000 रुपए लेने के लिए देवी प्रसाद ग्यासवंशी राजी हो गए,जिन्हें आज दिनांक 17 अप्रैल 2023 को रंगेहाथ पकड़ा गया है.