मृतक की जेब में रख कर आरोपी स्वयं को मृत घोषित करना चाहता था। लेकिन पुलिस की सक्रियता व ग्रामीणो की सजगता से सिलवानी पुलिस ने आरोपी पति, पत्नि व उसके भाई को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया जहां से सभी तीनो आरोपियो को जेल भेज दिया गया । पुलिस अघीक्षक विकास शहवाल ने अंधे हत्या काण्ड का सोमवार को सिलवानी थाने में आयोजित पत्रकार वार्ता में खुलासा किया। पत्रकार वार्ता में एसडीओपी राजेश तिवारी, थाना प्रभारी भारत सिंह भी मौजूद रहे।
रायसेन जिले के थानांतर्गत पठापोड़ी ग्राम के एक खेत में दो दिन पूर्व एक युवक की सिर कुचली लाश मिली थी। मौके पर पहुचें एसडीओपी राजेश तिवारी तथा प्रभारी भारत सिंह के द्वारा मुतक के जेब की तलासी लेने पर आधार कार्ड व पाकेट डायरी मिली। आधार कार्ड पर कल्लू चढ़ार पिता भगवान दास चढ़ार निवासी भानपुर भोपाल लिखा था। तथा डायरी में मोबाईल नंबर लिखा था। मोबाइल नंबर से बात करने पर कल्लू चढ़ार के परिजनो ने लाश कल्लू की होना बताया। पंचनामा कार्यवाही के बाद लाश का पीएम करा कर आधार कार्ड तथा परिजनो के बयान व लाश की शिनाख्त के शव को परिजनो को सौंप दिया। सिलवानी आई पत्नि प्रियंका चढ़ार, भाई दीनयाल तथा मॉ कलाबाई के द्वारा शिनाख्त कर शव को लेकर ग्रह गाम बागरोद थाना त्योदा जिला विदिशा ले गए । तथा ग्राम में मृतक के अंतिम संस्कार की सभी तैयारियां पूर्णकर ली गई।
परिजनो से बात करने व भावभंगिमा पर शक होने पर सिलवानी थाना प्रभारी भारत सिंह व उप निरीक्षक आरती धुर्वे को मामला संदेहास्प्रद लगा । तब थाना प्रभारी व उप निरीक्षक पुलिस बल के साथ बागरोद पहुचे। दौराने अनुसंधान परिजनों से पूछताछ पर कल्लू चढ़ार को भोपाल से अभिरक्षा में लेकर पूछताछ की तब कल्लू चढ़ार ने बताया कि मुझ पर अलग-अलग प्राइवेट एवं शासकीय बैंको से करीबन 30 से 35 लाख का कर्जा हो गया है और कर्जदार लोग लगातार पैसे वापस करने का दबाव बना रहे थे। तब कल्लू चढ़ार ने उसकी पत्नी प्रियंका, छोटा भाई दीनदयाल चढ़ार ने भोपाल भानपुर स्थित घर पर प्लान बनाया था यदि कल्लू चढ़ार को किसी तरह मृत घोषित कर दिया जाए तो कर्जा अपने आप खत्म हो जायेंगा एवं कल्लू चढ़ार का बीमा की राशि जो लगभग 20 से 25 लाख है वह राशि कल्लू चढ़ार की पत्नी प्रियंका चढ़ार को मिल जायेंगी । इस प्रकार दिनांक 13 अप्रैल 23 को यह प्लान बनाकर कल्लू चढ़ार भानपुर भोपाल स्थित अपने घर से इन्द्रपुरी होटल के सर्वेट रूम में आ गया एवं पत्नी प्रियंका और छोटा भाई दीनदयाल चढ़ार भानपुर भोपाल में अड़ोस पड़ोस वालो को यह बोलकर कि कल्लू चढ़ार का विदिशा में रोड एक्सिडेंट हो गया है, जिसमें कल्लू चढ़ार खत्म हो गया है इसलिए गांव जा रहे है। प्रियंका एवं भाई दीनदगाल ग्राम बागरोद पहुचकर ग्रामवासियों को बताया कि कल्लू चढ़ार का गोपाल में रोड़ एक्सिडेंट में खत्म हो गया है।
पत्रकार वार्ता में बताया कि 13 अप्रैल 23 को कल्लू चढ़ार को कर्जदारों ने फोन लगाया तो उसकी पत्नी प्रियंका ने बताया कि कल्लू चदार एक्सिडेंट में खत्म हो गया है । पुलिस पूंछताछ में कल्लू चढ़ार ने बताया कि उसे अपने आप को मृत घोषित करने के लिए एक व्यक्ति की जरूरत थी जो उसने अपने दोस्त मोहम्मद सलमान पिता साबिर खान उम्र 25 साल निवासी करोंद भोपाल को बताया कि उदयपुरा में एक अस्पताल में नौकरी खाली है मेरे साथ चलों । नौकरी लगवा देंगे । यह बहाना बनाकर बस से भोपाल से सिलवानी लाया और सिलवानी से रात करीबन 11 बजे बजे पैदल उदयपुरा जाने का बोलकर पठापोड़ी तिगडडा तक पहुचकर बोला की थक गये हैं थोडा आराम कर लेते है। वहीं तिगडडे पर कुछ देर दोनो बैठे फिर कल्लू चढ़ार बोला कि यहां आदमियों का आना जाना है कही अपने को चोर समझकर कोई घटना ना कर दे । अपन पास के खेत पर बैठकर आराम करते है । तब खेत में जाकर दोनो बैठे। मोहम्मद सलमान गले में पहले से रूमाल बांधे था उस रूमाल को कल्लू चढ़ार ने पीछे से पकड़कर खिंच लिया जिससे मोहम्मद सलमान के गले में दबाव होने से निढाल हो गया फिर कल्लू चढ़ार ने वही खेत में पड़े बड़े पत्थर को उठाकर मोहम्मद सलमान के चेहरे पर तीन.चार बार पटक कर पहचान हुपाने के लिए चेहरा कुचला दिया । फिर मृतक का मोबाईल एवं पर्स कल्लू चढ़ार ने निकाल कर अपने पास रख लिया और अपना आधार कार्ड एवं पॉकेट डायरी जिसमें कल्लू चढ़ार के घर का मोबाईल नंबर लिखा था वह मोहम्मद सलमान की जेब में रख कर कल्लू चढ़ार भोपाल भाग गया था मृतक मोहम्मद सलमान निवासी करोंद भोपाल के परिजनों के द्वारा उक्त शव को पहचानकर उक्त शव मोहम्मद सलमान का होना बताया। प्रकरण में अभि तक की विवेचना पर आरोपी कल्लू चढ़ार को एवं आपराधिक साजिश में पत्नी प्रियंका चढ़ार, भाई दीनदयाल चढ़ार को को गिरफ्तार किया गया । सभी आरोपियो को न्यायालय में पेश किया गया ।