मध्य प्रदेश सरकार की बुलडोजर कार्रवाई नीति किस तरह सरकार के लिए ही सिरदर्द साबित हो जाती है इसका उदाहरण आज प्रदेश के रायसेन जिले में देखने को मिला हैं। यहां एक लड़की से छेड़छाड़ करने के मामले में पीड़ित पक्ष ने आरोपी के गिरफ्तारी के बाद उसके घर पर बुलडोजर चलाने की मांग पुलिस प्रशासन से की थी।
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बीचबचाव में थाना प्रभारी हुए घायल
लेकिन घटना के 6 दिन बाद जब पुलिस प्रशासन का एक्शन नहीं दिखा तो लोगों ने खुद ही कानून हाथ में लेकर जिले में पहली बार बड़ी मॉब लिंचिंग की घटना को अंजाम दे दिया। पीड़िता के परिजनों के साथ ग्रामीणों ने आरोपी का मकान तोड़ दिया जिसके बाद गांव में दो गुट आमने-सामने आ गए। इस घटना के दौरान बीच-बचाव करने पहुंचे सलामतपुर थाना प्रभारी घायल हो गए फिर किसी तरह पुलिस बल ने यहा एक बड़ी घटना को अंजाम देने से रोक दिया।
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गाँव बना छावनी
फिलहाल पुलिस ने एहतियात के तौर पर भारी पुलिस बल गांव और उसके आसपास तैनात किया है। वही रायसेन कलेक्टर एसपी घटना के बाद से ही मौके पर डेरा डाले हुए हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए आज रेंज के डीआईजी जगत सिंह राजपूत ने भी घटनास्थल का दौरा किया और ग्रामीणों से शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की। इस पूरे मामले को पुलिस ने दबाने का भरसक प्रयास किया और मीडिया तक को उस गांव में जाने से रोक दिया।
40 से 50 लोगो ने बोल दिया धावा
रायसेन जिले के सलामतपुर थाना अंतर्गत पिपलिया चांद में छेड़छाड़ के आरोपी अमजद के घर पर लगभग 40 से 50 हथियारबंद लोगों ने हमलाकर पुलिस की मौजूदगी में घर तोड़ दिया। बीच बचाव कर रहे सलामतपुर थाना प्रभारी देवेन्द्र पाल सिंह घर की दीवार गिरने से उसकी चपेट में आकर घायल हो गए। घटना बीती देर शाम की बताई जा रही है। मोके पर पुलिस बल कम संख्या में था और हमला करने वाले लोग ज़्यादा संख्या में होने के कारण पुलिस उनको घर तोड़ने से नही रोक पाई। जिसके बाद स्तिथि ज़्यादा बिगड़ने पर रायसेन कलेक्टर अरविंद दुबे, एसपी विकास शाहवाल एसडीएम के साथ ही रायसेन, सांची, सलामतपुर , दीवानगंज चौकी का पुलिस बल मोके पर पहुंच गया है। देर रात तक स्तिथि नियंत्रण में बताई जा रही है।
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बुलडोज़र चलाने की मांग को लेकर करनी सेना था ज्ञापन
छेड़छाड़ का आरोपी अमजद स्कूल जाते समय एक लड़की के साथ छेड़छाड़ कर रहा था। रायसेन महिला थाने में रिपोर्ट होने के बाद अमजद पर 5 जुलाई को मामला दर्जकर जेल भेज दिया गया था। लेकिन करणी सेना अमजद के घर बुलडोज़र चलाने की मांग कर रही थी। उन्होंने रायसेन एसडीएम को ज्ञापन देकर घर ज़मीदोज़ करने की मांग की थी। करणी सेना की धमकी के बाद से सलामतपुर पुलिस ने सोमवार को सुरक्षा के तौर पर थाने का बल गांव में तैनात कर दिया था। सोमवार शाम को हुई घटना को समय रहते रोका जा सकता है। लेकिन जिले से प्रशासनिक अमले ने आने में बहुत देर कर दी।