The Sabarmati Report Gets Standing Ovation From Audience : अपनी रिलीज डेट के पहले दिन से ही द साबरमती रिपोर्ट अब दर्शकों के दिल को छूने लगी है। जैसे कि आपको पता है कि विक्रम मैसी और राशि खन्ना की फिल्म द साबरमती रिपोर्ट आज देश भर के सिनेमाघर में लग चुकी है। रिलीजिंग डेट के पहले दिन ही इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस में धमाल मचाना शुरू कर दिया है। पहले दिन दर्शन इतने प्रभावित हुए की इस फिल्म को उन्होंने स्टैंडिंग ओवेशन दे डाली जिसे वीडियो सोशल मीडिया पर अब जमकर वायरल हो रहा है।
दर्शकों ने छोड़ी सीट हुए खड़े
द साबरमती रिपोर्ट को देखने पहुंचे हुए दर्शक सिनेमा घरों के अंदर काफी भावुक नजर आए। दरअसल जैसी फिल्म शुरू हुई दर्शकों ने अपनी सीटें छोड़ दी और खड़े होकर के तालियां बजाने लगे। इस दृश्य को सोशल मीडिया पर वायरल भयानी नाम की एक यूजर ने अपने अकाउंट से शेयर किया है। इस पोस्ट को देखते ही देखे अभी तक हजारों लोगों ने पसंद किया है और इस पर जमकर कमेंट भी कर रहे हैं।
फिल्म को देखकर के लोग हुए भावुक
द साबरमती रिपोर्ट के माध्यम से गोधरा कांड की कहानी को हूबहू दिखाने का प्रयास किया गया है। इस फिल्म को देखने पहुंचे हुए कई दर्शक अपनी भावनाओं को रोक नहीं पाए और उनके आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे। बीते दो दशक पूर्व हुई इस भीषण त्रासदी को पुनः लोगों के दिल में इस फिल्म में जीवित कर दिया है। इस फिल्म को देखने के बाद में लोग ही आंखें नम हो गई। अगर कहां जाए की फिल्म अनमृत आत्माओं के लिए एक सच्ची श्रद्धांजलि हैं तो यह कमतर नहीं होगा।
बॉक्स ऑफिस में शुरुआत असरदार नही
विक्रम मेसी की फिल्म द साबरमती रिपोर्ट को लेकर के दर्शकों के बीच में वैसे तो रिस्पांस काफी पॉजिटिव है लेकिन बॉक्स ऑफिस पर इसकी शुरुआत को बहुत ही अच्छा नहीं कहा जा सकता। एक रिपोर्ट के मुताबिक इस फिल्म ने पहले दिन एक करोड़ का बिजनेस किया है जो काफी कम है उन फिल्मों के मुताबिक जो एंटरटेनमेंट को लेकर की बनाई गई हैं। हालांकि सोशल मीडिया की अगर कंटेंट की माने तो इस फिल्म को लेकर की इसके लिए रिव्यू काफी पॉजिटिव हैं लेकिन यह थिएटर पर कब असर दिखाएंगे यह कहा नही जा सकता है।
कब हुआ था गोधरा कांड
गौरतलब है कि आज से 24 वर्ष पूर्व यानी 27 फरवरी वर्ष 2002 को गुजरात के गोधरा नामक एक जगह में साबरमती एक्सप्रेस में कोच क्रमांक 6 में पेट्रोल डालकर के आग लगा दी गई थी। अयोध्या से लौटने वाले कर सेवा के इसी कोच में बैठे हुए थे इस अग्निकांड में 59 लोग जिंदा जल गए थे उनकी मौके पर ही मौत हो गई थी। जिस वक्त गोधरा कांड गुजरात में घटित हुआ था उसे समय गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी थे। इस भीषण घटना के बाद में इस घटना ने सांप्रदायिक दंगे को का स्वरूप ले लिया था और देखते ही देखते अहमदाबाद और इसके आसपास के इलाके में लगभग 1000 लोग अपनी जान गवा चुके थे। गोधरा कांड की जांच के लिए हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के जज के द्वारा जांच कमेटी भी बनाई गई थी वर्ष 2008 में इस जांच कमेटी ने अपनी रिपोर्ट पेश की थी जिसमें बताया गया था कि गोधरा कांड एक सूची समझी साजिश थी।