Tomato Price Hike: देशभर में टमाटर की कीमत को लेकर हंगामा मचा हुआ है. टमाटर के दाम आसमान छू रहे हैं. आमतौर पर जब भी सब्जियों के दाम बढ़ते हैं तो किसानों को बहुत कम फायदा मिलता है. लेकिन टमाटर की बढ़ती कीमत ने महाराष्ट्र के एक किसान की किस्मत बदल दी. पुणे के नारायणगंज में रहने वाले किसान तुकाराम भागोजी ने एक महीने में टमाटर बेचकर करोड़ों रुपये कमाए। तुकाराम ने एक महीने में 13000 क्रेट टमाटर बेचकर 1.5 करोड़ रुपये से ज्यादा की कमाई की है. उनके पास कुल 18 एकड़ खेती है. जिसमें तुकाराम का परिवार 12 एकड़ जमीन में टमाटर उगाता है.
तुकाराम के परिवार से मिली जानकारी के मुताबिक, उन्होंने अच्छी क्वालिटी के टमाटर उगाए हैं. उर्वरकों और कीटनाशकों के बारे में जागरूकता से फसलों की सुरक्षा में मदद मिली है। मध्य प्रदेश देश का सबसे बड़ा टमाटर उत्पादक राज्य है। इसके बाद आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु, ओडिशा और गुजरात सबसे बड़े टमाटर उत्पादक राज्य हैं।
टमाटर बेचकर एक दिन में कमाएं 18 लाख
तुकाराम ने नारायणगंज बाजार में 900 क्रेट टमाटर बेचे। उन्हें प्रति क्रेट 2100 का रेट मिला। इस तरह किसान को 18 लाख रुपये की कमाई हुई. पिछले महीने भी तुकाराम ने 1000 से 2400 रुपए प्रति क्रेट के हिसाब से टमाटर बेचा था. तुकाराम की बहू सोनाली टमाटर की रोपाई, कटाई और पैकेजिंग का काम संभालती हैं। जबकि उनका बेटा ईश्वर टमाटर की बिक्री, प्रबंधन और वित्तीय योजना का काम संभालता है। परिवार का कहना है कि पिछले तीन महीने की उनकी मेहनत रंग लाई है.
80 करोड़ का बिजनेस टमाटर बेचकर
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुणे जिले के जुन्नार में कई किसान टमाटर उगा रहे हैं. कई किसानों ने इस बार बंपर कमाई की है. वहां की मार्केट कमेटी ने एक महीने में टमाटर बेचकर 80 करोड़ रुपये का कारोबार किया है. जिससे इस क्षेत्र में 100 से अधिक महिलाओं को रोजगार मिला है।
कर्नाटक के किसान ने कमाएं 38 लाख
टमाटर बेचकर करोड़पति बनने वाले किसानों की कहानी सिर्फ महाराष्ट्र तक ही सीमित नहीं है। कर्नाटक के कोलार में एक परिवार ने इस हफ्ते 2000 पेटी टमाटर बेचकर 38 लाख रुपये कमाए.
बारिश ने बढ़ा दिए टमाटर के दाम
पिछले तीन साल में बरसात के मौसम में टमाटर की कीमत में उछाल आया है. पिछले साल यानी जून 2022 में टमाटर की कीमत 60-70 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई थी. इससे पहले साल 2021 में टमाटर की कीमत 100 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई थी और साल 2020 में इसकी कीमत 70-80 रुपये प्रति किलो के करीब पहुंच गई.