बेकिंग सोडा एक ऐसा किचन आइटम है जो अक्सर हर की जड़ में पाया जाता है और कई तरह के व्यंजनों में और डेली फूड आइटम में इसका उपयोग करना बहुत ही सामान्य सी बात है.लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि यह सामान्य सा दिखने वाला और खाने में उपयोग आने वाला बेकिंग सोडा आपके स्वास्थ्य के लिए कितना सही है या गलत है.आज हम इस आर्टिकल में पढ़ेंगे कि आपकी किचन में रखा हुआ खाने वाला सोडा आपके स्वास्थ्य में कितना प्रतिकूल प्रभाव डालता है.आपके स्वास्थ्य की चिंता हमें लगातार बनी रहती है इसलिए हम लगातार आर्टिकल्स के माध्यम से ऐसी जानकारियां लेकर के आते हैं ताकि आप स्वस्थरहे.तो चलिए आज इस आर्टिकल में देखते हैं कि खाने वाला सोडा घर केकिचन में जो आपके रखा हुआ है वह किस तरह से आपके स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव और किन परिस्थितियों में डालता है.कई तरह के रोगों में घरेलू उपचार के तौर पर बेकिंग सोडा को उपयोग में लाया जाता है। बेकिंग सोडा का इस्तेमाल प्राचीन काल से एक डिओडोरिज़र, सोदर और क्लीनर के रूप में किया जाता आ रहा है।
बेकिंग सोडा क्या है
बेकिंग सोडा एक परिचित घरेलू उत्पाद है जो सोडियम बाइकार्बोनेट, या सोडियम हाइड्रोजन कार्बोनेट के नाम से भी जाता है। बेकिंग सोडा रासायनिक फॉर्मूला उर्फ सोडियम बाइकार्बोनेट का फॉर्मूला NaHCO3 है।
बेकिंग सोडा के नुकसान
त्वचा या शरीर के लिए बेकिंग सोडा का उपयोग आम तौर पर सुरक्षित माना जाता है। बेकिंग सोडा मौखिक रूप से उपभोग करना भी सुरक्षित है, लेकिन कहा यह भी जाता है कि इसका उपयोग ज्यादा मात्रा में न करे।
बहुत ज्यादा बेकिंग सोडा शरीर की एसिड-बेस बैलेंस को खराब कर सकती है जिससे मतली, उल्टी, पेट दर्द हो सकता है। बेकिंग सोडा ओवरडोज के दुर्लभ मामलों में दौरा, कोमा और मौत का कारण भी हो सकता है।
बेकिंग सोडा सोडियम में उच्च होता है। इसलिए उच्च खुराक के रूप में यह सुरक्षित नहीं हैं। उच्च खुराक रक्तचाप बढ़ा सकता है और सूजन का कारण बन सकता है।
गंभीर मामलों में, यह परिसंचरण को अधिभारित कर सकता है और दिल की विफलता का कारण बन सकता है। जो लोग बहुत ज्यादा बेकिंग सोडा का उपभोग करते हैं, उनमें रक्त रसायन असंतुलन और हृदय खराब होने जैसी पैदा हो सकती है।
बेकिंग सोडा का अधिक सेवन पोटेशियम की कमी का कारण बन सकता है। यदि आप एडीमा, लिवर रोग, गुर्दे की बीमारी या उच्च रक्तचाप है, तो आपको आंतरिक रूप से बेकिंग सोडा लेने से बचना चाहिए।
हाई ब्लड प्रेशर
इसका एक प्रमुख घटक सोडियम है। अधिक सोडियम खाने से ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है। लगातार ब्लड प्रेशर हाई रहने से ह्वदय रोग, स्ट्रोक और गुर्दे की बीमारियो की आशंका बढ़ जाती हैं।प्रतिदिन डाइट सोडा का सेवन करने वाले लोगों को हार्ट अटैक का खतरा दूसरों की अपेक्षा 43 प्रतिशत अधिक होता है।
पेशाब में समस्याएं
लगातार सोडा पीना आपको बार-बार पेशाब जाने की समस्या दे सकता है। इससे पेशाब में जलन होने लगती हैा कई बार बहुत ज्याद पेशाब होने की समस्या भी हो जाती है। गर्मी के दिनों में प्यास बुझाने के लिए नींबू पानी, छाछ, नारियल पानी, फ्रूट जूस जैसे विकल्पों का प्रयोग करें।
दांतों को नुकसान
सोडे में मौजूद शुगर और एसिड कंटेंट हमारे दांतों की इनेमल लेयर को नुकसान पहुंचाते हैं। दिन में तीन से अधिक ग्लास डाइट सोडा पीने वाले लोगों को दांतों में सड़न की समस्या अधिक होती है। इससे एसिडिटी का स्तर बढ़ता है जो सबसे पहले मुंह की सेहत के लिए खतरा है।
कमजोर हडि्डयां
जो लोग ज्यादा सोडा पीते हैं, वे दूध कम पी पाते हैं। इससे उनके शरीर में कैल्शियम की मात्रा कम होने लगती है जिससे ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा बढ़ जाता है। इसमें फॉस्फेट और फॉस्फोरिक एसिड से बुढ़ापा जल्दी आता है।
वजन बढ़ाता है
डाइट सोडा में कैलोरी भले ही कम हो लेकिन इसके सेवन के बाद अधिक कैलोरी लेने की इच्छा तीव्र होती है।
शोध की मानें तो प्रतिदिन इसका सेवन करने वाले लोगों को मोटापे का रिस्क 41 प्रतिशत अधिक होता है।