Red Alert : मध्य प्रदेश में मानसून को लेकर के एक बार फिर से मौसम केंद्र भोपाल के द्वारा बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। जारी अलर्ट में आदर्श जिलों में जहां रेड लाइट जारी किया गया है वहीं एक दर्जन से अधिक जिलों में बारिश का ऑरेंज लाइट जारी किया गया है। इसके साथ ही 10 जिलों में बारिश का येलो अलर्ट भी जारी किया गया है।
मौसम केंद्र भोपाल के द्वारा मध्य प्रदेश के 10 जिलों में अचानक बाढ़ का संभावित खतरा भी बताया है।
देखिए अलर्ट की जानकरी
होगी आफत की बारिश ! MP में अत्याधिक बारिश का Red Alert जारी
बारिश के दौरान रखे ये सावधानियां
- भारी वर्षा के कारण दृश्यता कम हो सकती है, जिससे सड़क और हवाई यातायात प्रभावित हो सकता है।
- निचले इलाकों, जिनमें सड़कें और अंडरपास शामिल हैं, में जलभराव की संभावना है, जिससे यातायात जाम और देरी हो सकती है।
- भारी वर्षा से जमा हुआ पानी जलजनित रोगों के खतरे को बढ़ा सकता है।
- झोकेदार तेज़ हवाओं के कारण उड़ने वाला मलबा और कम दृश्यता हो सकती है, जिससे यात्रा और परिवहन प्रभावित हो सकते हैं। यदि संभव हो तो यात्रा करने से बचें।
- परिवहन व्यवस्था सहित निकासी के तरीके के बारे में पहले से योजना बना लें। वाहन धीरे चलाएँ और स्टीयरिंग व्हील को मजबूती से पकड़े, पुलों और ऊँची खुली सडकों से बचें।
- मचान (स्कैफोल्डिंग) और निर्माण स्थलों से दूर रहें। ऊँचे या खुले इलाकों में न जाएँ। खुले खेतों और बाहरी गतिविधियों के दौरान बिजली गिरने का खतरा बना रहता है।
- पेड़, बिजली के खंभे, अस्थायी शेड और कमजोर संरचनाओं को नुकसान पहुंचने की संभावना है। आंधी-तूफान के दौरान खुले खेतों में कार्य करने से बचे।
- गरज-चमक के दौरान घर के अंदर रहें, खिडकियां और दरवाजे बंद करें और यदि संभव हो तो यात्रा से बचें।
- आपातकालीन किट में आवश्यक वस्तुएं जैसे कि जल्दी खराब न होने वाला भोजन, पानी, दवाइयां, टॉर्च, बैटरी और प्राथमिक चिकित्सा किट रखें।
- सुरक्षित आश्रय लें; पेड़ों के नीचे शरण न लें तथा तूफान के दौरान जल निकायों से तुरंत बाहर निकलें। पेड़ों और बिजली की तारों से दूर रहें।
- कंक्रीट के फर्श पर न लेटें और कंक्रीट की दीवारों का सहारा न लें। इलेक्ट्रिकल/इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के प्लग निकाल दें एवं उन सभी वस्तुओं से दूर रहें जो बिजली का संचालन करती हैं।
- पशुओं का विशेष ध्यान रखें, सभी जानवरों को रात के दौरान विशेष रूप से संरक्षित और सुरक्षित पशु शेड में रखा जाना चाहिए।
- अगले 24 घंटों में अपेक्षित वर्षा के कारण मानचित्र के अनुसार कुछ पूर्ण रूप से संतृप्त मिट्टी और निचले इलाकों में सतही अपवाह जलप्लावन हो सकता है।
- स्थानीय अधिकारियों द्वारा निर्धारित निकटतम बाढ़ आश्रयों, निकासी मार्गों और सभा स्थलों के बारे में जानें।
- सरकार द्वारा जारी बाढ़ की चेतावनियों और सलाह पर अपडेट रहें।
- भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) और स्थानीय अधिकारियों जैसे आधिकारिक स्रोतों से मौसम के पूर्वानुमान और अलर्ट पर नज़र रखें।
कृषकों के लिए जारी की गई ये विशेष सलाह
- जब तक मौसम स्थिर न हो जाए, बुवाई या कीटनाशक का छिडकाव स्थगित करें।
- खेतों में उचित जल निकासी सुनिश्चित करें, नालियों, मेड़ों और निकास रास्तों को साफ रखें।
- यदि बहाव का जोखिम अधिक हो, तो धान की नर्सरी को पॉलीथीन या शेड नेट से ढक दें।
- बीज, उर्वरक और औजारों को ऊँचाई पर, जलरोधक स्थानों में रखें।
- सब्जियों की फसलों को सहारा देने के लिए बाँस या जाल से मजबूत सहारा दें।
- जलभराव वाले खेतों में मशीनरी का उपयोग न करें।
- पशुओं को खुर घाव (फुट रॉट) और सास संबंधी संक्रमणों से बचाने के लिए टीकाकरण या उपचार कराएं (यदि आवश्यक हो)।
- पशुओं को घर के अंदर या मजबूत शेड में रखें, बिजली चमकने या तेज हवा के दौरान पशुओं को चराने न ले जाएँ।













