MP Weather Alert: अगले 24 घंटे रहें सावधान! ओलावृष्टि के साथ होगा आकाशीय बिजली का कहर बरतें ये 12 सावधानियां
मध्य प्रदेश में भीषण गर्मी के बीच आफत की भारी बारिश (MP Weather Update) का दौर लगातार जारी है. एपी में एक बार फिर तेज आंधी तूफान के साथ बारिश को लेकर प्रदेश के कई जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट और यलो अलर्ट जारी किया गया है. एपी के अधिकतर जिलों में बारिश हो रही है. एक बार फिर आज मौसम विभाग ने फिर भारी बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया है.
आपको बता दें कि मध्यप्रदेश में तेज आंधी तूफान के साथ बारिश को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. इसके साथ ही 40-50 किमी की रफ्तार से प्रति घंटे तेज हवा चलने की चेतावनी दी गई है. सागर संभाग सहित रायसेन, देवास, शाजापुर, डिंडोरी, विदिशा, अशोकनगर, गुना, उज्जैन, अनूपपुर, कटनी में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है.
इन जिलों में यलो अलर्ट
गरज चमक के साथ अल्पकालिक तेज हवा प्रदेश के नर्मदापुरम, रीवा, इंदौर, ग्वालियर संभाग, भोपाल, दतिया, राजगढ़, ग्वालियर, शिवपुरी, सीहोर, छिंदवाड़ा और उमरिया नीमच,जबलपुर,शहडोल,रतलाम,मंडला,बालाघाट,नरसिंहपुर,आगर मालवा,सिवनी,मंदसौर जिले में यलो अलर्ट जारी हुआ है. यह चेतावनी अगले 24 घंटे के लिए जारी की गई है.
इसके साथ ही अल्पकालिक ओलावृष्टि एवं गरज चमक के साथ अल्पकालिक तेज हवा सागर संभाग के जिलों में रायसेन,देवास,शाजापुर,डिंडोरी,विदिशा,अशोक नगर,गुना,उज्जैन,अनूपपुर और कटनी जिले में होने की सम्भावना है.
वहीं पाकिस्तान में बने पश्चिमी विक्षोभ से ग्वालियर चंबल में राहत है. ग्वालियर चंबल को 15 मई तक लू से राहत मिलेगी. 30 साल बाद अंचल के मौसम में बड़ा परिवर्तन आया है. आज से 10 दिन तक प्री मॉनसून एक्टिविटी जारी रहेगी. अंचल में आंधी-तूफान, बूंदाबांदी और ओलावृष्टि की संभावना है.
ओलावृष्टि और वज्रपात के दौरन रखें ये सावधानिया :
- घर के अंदर रहें, खिड़कियां और दरवाजे बंद करें
- यदि संभव हो तो यात्रा से बचें।
- सुरक्षित आश्रय लें, पेड़ों के नीचे शरण न लें।
- कंक्रीट के फर्श पर न लेटें और कंक्रीट की दीवारों का सहारा न लें।
- इलेक्ट्रिकल/इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के प्लग निकाल दें।
- तूफान के दौरान जल निकायों से तुरंत बाहर निकलें।
- उन सभी वस्तुओं से दूर रहें जो बिजली का संचालन करती हैं।
- किसानों को सलाह दी जाती है कि वे परिपक्व सरसों, चना, गेहूं, सरसों और दालों की जल्द से जल्द कटाई करें और उन्हें सुरक्षित स्थान पर जमा करें।
- केले के गुच्छों को बांस की डंडियों या पॉलीप्रोपाइलीन की डंडियों से सहारा दें
- नई रोपी गई सब्जियों / लता वाली सब्जियों को सहारा दें।
- बागवानी की फ़सलों में यांत्रिक क्षति को रोकने के लिए हैलनेट का उपयोग करें।
- सिंचाई और किसी भी प्रकार के रासायनिक छिड़काव से बचें।
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