Supermoon and Blue Moon in August 2023: इस ब्रह्मांड में कई ऐसी घटनाएं घटती हैं, जो अक्सर लोगों को हैरान कर देती हैं। ऐसी ही कुछ घटनाएँ अगस्त माह में घटित होने वाली हैं। आज 1 अगस्त की रात को आसमान में सुपरमून दिखेगा. खास बात यह है कि सुपरमून की यह खगोलीय घटना इस महीने में एक नहीं बल्कि दो बार देखी जाएगी. 1 अगस्त की रात के बाद अगला सुपरमून 30 अगस्त को दिखेगा. यदि आप एक अगस्त को सुपरमून नही देख पाए हैं तो 30 अगस्त की डेट नोट कर लीजिए, इसके साथ ही अगस्त माह में कई अन्य खगोलीय घटनाएं भी घटित होंगी।
जानिए क्या है सुपरमून (What is a supermoon)
Supermoon and Blue Moon in August 2023: इस ब्रह्मांड में कई ऐसी घटनाएं घटती रहती हैं, जो अक्सर लोगों को हैरान कर देती हैं। ऐसी ही कुछ घटनाएँ अगस्त माह में घटित होने वाली हैं। आज 1 अगस्त की रात को आसमान में सुपरमून दिखाई दिया है,. खास बात यह है कि सुपरमून की यह खगोलीय घटना इस महीने में एक नहीं बल्कि दो बार देखी जाएगी. 1 अगस्त की रात के बाद अगला सुपरमून 30 अगस्त को दिखेगा. इसके साथ ही अगस्त माह में कई अन्य खगोलीय घटनाएं भी घटित होंगी।
अगस्त में ब्लू मून 30 अगस्त को दिखेगा (Blue Moon in August)
1 अगस्त के बाद अगला सुपरमून 30 अगस्त को दिखेगा. इस सुपरमून को ब्लू मून भी कहा जाता है. लेकिन ब्लू मून शब्द से भ्रमित न हों। नीले चंद्रमा का मतलब यह नहीं है कि आसमान में चंद्रमा का रंग नीला हो जाएगा। दरअसल, जब एक महीने में दो पूर्णिमा होती हैं तो एक और पूर्णिमा वाले सुपरमून को ब्लू मून कहा जाता है। ब्लू मून लगभग हर ढाई साल में एक बार होता है। इससे पहले नीला चांद 22 अगस्त 2021 को देखा गया था.
जीरो शैडो डे (Zero Shadow Day)
अगस्त माह में 18 तारीख को शून्य छाया दिवस होगा। यह घटना तब घटित होती है जब सूर्य हमारी पृथ्वी के ठीक ऊपर आ जाता है। जिससे किसी भी चीज़ पर छाया नहीं बनती है। वैज्ञानिकों के अनुसार यह घटना हमारे देश में उन स्थानों या शहरों में घटित होती है जो कर्क और मकर राशि के बीच आते हैं। भारत में इस खगोलीय घटना को सबसे पहले कौटिल्य ने नोटिस किया था। जीरो शैडो डे कार्यक्रम साल में दो बार होता है। एक तब आता है जब सूर्य उत्तर की ओर बढ़ता है और दूसरा तब आता है जब सूर्य दक्षिण की ओर बढ़ता है।
आसमान में दिखेगा शनि रिंग (Saturn Ring Visibility)
अगस्त महीने में 27 अगस्त का दिन भी बेहद खास रहेगा. इस दिन हम आकाश में शनि और शनि के छल्लों को अपनी आंखों से देख सकेंगे। इस दिन शनि ग्रह सूर्य के बिल्कुल विपरीत और पृथ्वी के बेहद करीब होगा, जिससे पृथ्वी पर रहने वाले लोग इस खगोलीय दृश्य को देख सकेंगे। यह एक बहुत ही दुर्लभ खगोलीय घटना है, जो कई वर्षों के बाद देखी गई है।