शहडोल :शहडोल के लालपुर में भगवा बिरसा मुंडा की जयंती के अवसर पर जनजातीय गौरव दिवस समारोह आयोजित किया गया। समारोह का शुभारंभ मुख्य अतिथि महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती द्रोपदी मुर्मु ने किया। उन्होंने भगवान बिरसा मुंडा के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उनका नमन किया। समारोह में महामहिम राष्ट्रपति का परंपरागत लोक नृत्यों पुष्प, मालाओं तथा जनजातीय पगड़ी एवं अंग वस्त्र से स्वागत किया गया। समारोह में महामहिम राष्ट्रपति ने कहा कि पेसा एक्ट का प्रभावी रूप से क्रियान्वयन करें, इससे जनजातीय समाज को विकास के नये अवसर और अधिकार मिलेंगे, ग्राम सभा के माध्यम से शिक्षा, स्वास्थ्य, ग्रामीण विकास, जल प्रबंधन जैसे कार्य हो सकेंगे यह कानून आदिवासियों की संस्कृति और परंपराओं के संरक्षण में भी मददगार साबित होगा। महामहिम राष्ट्रपति ने समारोह में पेसा एक्ट की नवीन पुस्तिका तथा सबका स्वास्थ्य पुस्तिका का विमोचन किया। इससे पहले उन्होंने विभिन्न विभागों की प्रदर्शनी का अवलोकन किया तथा जनजातीय विद्यार्थियों से भेंट की।
महामहिम राष्ट्रपति ने कहा कि मध्यप्रदेश में केन्द्र सरकार की जनजातियों के कल्याण की योजनाओं को बहुत प्रभावी तरीके से लागू किया है। प्र्रदेश में जनजातियों के कल्याण के सराहनीय प्रयास किये जा रहे है। मध्यप्रदेश में रानी दुर्गावती, राजा शंकर शाह, टंट्या भील, भगवान बिरसा मुंडा जैसे आदिवासी वीरों और जन नायकों का सम्मान करके जनजातियों को गौरन्वित किया है इसके लिए मै राज्यपाल और मुख्यमंत्री को बधाई देती हूं।
महामहिम राष्ट्रपति ने कहा कि मैने आज भगवान बिरसा मुंडा की जन्म भूमि को प्रणाम करके तथा जनजातीय गौरव दिवस में शामिल होकर प्रसन्नता का अनुभव किया है। इस समारोह में उपस्थित अपार जन समुदाय, आप सबके विशेष स्नेह का प्रतीक है, इस कार्यक्रम का सजीव प्रसारण करके लाखों लोगों को इससे जोड़ने का सराहनीय प्रयास किया गया है। मध्यप्रदेश मालवा, बुंदेलखण्ड, महाकौशल सहित पूरे प्रदेश की संस्कृति का समावेश जनजातीय संस्कृति में है। प्रदेश में मेडिकल तथा इंजीनियरिंग की पढ़ाई की सुविधा हिंदी में देकर सराहनीय कार्य किया गया है, एक जिला एक उत्पाद योजना तथा स्व-सहायता समूहों के उत्पादों के माध्यम से भी अच्छा कार्य किया जा रहा है।
महामहिम राष्ट्रपति ने कहा कि आदिवासियों का बैगा समुदाय जड़ी बुटियों की चिकित्सा में प्रवीण है इस समुदाय ने कई असाध्य लोगो का उपचार किया है उनके उपचार पद्वति को संरक्षित किया जाएगा। केन्द्र सरकार एकलव्य विद्यालयों की संख्या में तेजी से वृद्धि करके आदिवासी बच्चों को बेहतर शिक्षा के अवसर दे रही है।
समारोह में राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा कि मध्यप्रदेश बहुरंगी जनजातीय संस्कृति का प्रदेश है। मध्यप्रदेश में देश की प्रथम जनजातीय राष्ट्रपति का स्वागत करते हुए हमें गौरव का अनुभव हो रहा है। भगवान बिरसा मुंडा ने हमारा देश, हमारा राज्य का नारा बंुलद किया था स्वराज की इस परिकल्पना को पेसा एक्ट के माध्यम से पूरा किया जाएगा।
समारोह में केन्द्रीय इस्पात राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते तथा जनजातीय कार्य मंत्री अर्जुन मुंडा ने भी अपने विचार व्यक्त किये। प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौंहान ने कहा कि आज शहडोल की पावन भूमि में देश के किसी भी राष्ट्रपति का प्रथम आगमन हुआ है यह हम सबके लिए ऐतिहासिक दिन है। भगवान बिरसा मुंडा की जयंती शोषण के विरूद्ध आवाज बुलंद करने का दिन है। मुख्यमंत्री ने पेसा एक्ट के नवीन प्रावधानों की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पेसा एक्ट के प्रचार-प्रसार के लिए 20 नवम्बर से 4 दिसम्बर तक पूरे प्रदेश में विशेष अभियान चलाया जाएगा। आज का दिन नवीन पेसा एक्ट को लागू करने का ऐतिहासिक दिन है। आपने देश के सर्वाेच्च पद पर पहुंचकर जनजातियों का गौरव बढ़ाया है।
समारोह में वन मंत्री कुंवर विजय शाह, जनजातीय कार्य मंत्री मीना सिंह, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री बिसाहूलाल सिंह, ग्रामीण विकास राज्य मंत्री रामखेलावन पटेल, सासंद बी.डी. शर्मा, सासंद हिमाद्री सिंह, रीति पाठक, सांसद सुमेर सिंह पटेल, विधायकगण जयसिंह मरावी, मनीषा सिंह, शरद कोल, कुवंर सिंह टेकाम, शिव नारायण सिंह, शरदेंदु तिवारी, अध्यक्ष महिला वित्त विकास निगम अमिता चपरा,कमिश्नर राजीव शर्मा, एडीजी डीसी सागर, कलेक्टर वंदना वैद्य, तथा गणमान्य नागरिक, पत्रकारगण सहित प्रदेश भर से आये अपार जनजातीय समुदाय उपस्थित रहा।