Digital Arrest News : ग्वालियर के टेकनपुर स्थित BSF के अधिकारी इंस्पेक्टर अबसार अहमद को 32 दिन तक डिजिटल अरेस्ट रख 71लाख रुपए से अधिक की ठगी के मामले में ग्वालियर क्राइम ब्रांच को एक बड़ी सफलता मिली है । पुलिस ने इस मामले से जुड़े पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है जो अलग-अलग राज्यों के रहने वाले हैं.
मामले में आया चाइना कनेक्शन नोयडा के 3 इंजीयनीयरिंग छात्र गिरफ्तार
जिन में 3 आरोपी नोएडा के एक प्रतिष्ठित इंजीयनीयरिंग कॉलेज के छात्र हैं जोकि हॉस्टल में रहकर पढ़ाई कर रहे हैं. टेलीग्राम के माध्यम से यह कुछ लोगों के संपर्क में आए थे और इनसे कहा गया था कि वे अपने खातों में राशि ट्रांसफर कराते हैं तो फिर 6% उन्हें कमीशन दिया जाएगा. टेलीग्राम के जरिए आरोपी जिन लोगों से जुड़े थे उन्होंने अपनी पहचान चाइनीज व्यक्ति के रूप में बताई थी और चाइनीज भाषा में ही उन्होंने कम्युनिकेशन किया था.
10 लाख रुपए की राशि बरामद
बीएसएफ के जिस अफसर के साथ डिजिटल अरेस्ट कर ठगी हुई थी और ठगी की राशि इन्ही पकड़े गए आरोपियों के अकाउंट में ट्रांसफर की गई थी जोकि बाद में यूएस डॉलर में कन्वर्ट कर यह राशि मुख्य आरोपी तक पहुंचाई गई. हालांकि पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए 10 लाख रुपए की राशि बीएसएफ अफसर को वापस दिलाने में सफलता प्राप्ति की थी.
चाइनीज व्यक्ति के बारे में जानकारी जुटाने में जुटी पुलिस
ग्वालियर एसएसपी धर्मवीर सिंह यादव ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों के मोबाइल जप्त किए गए हैं और मोबाइल में ऐसा डाटा मिला है जिससे यह सिद्ध होता है कि बीएसएफ ऑफिसर से ठगी की रकम इन आरोपियों के खाते में पहुंची थी. पकड़े गए आरोपी ने जिस चाइनीज व्यक्ति के बारे में जानकारी दी है उसके संबंध में पुलिस द्वारा अभी जानकारी जुटाई जा रही है. साथ ही पुलिस यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि जो ठगी की राशि अलग-अलग खातों में ट्रांसफर हुई और निकाली गई है उसे कैसे रिकवर किया जाए. पकड़े गए आरोपियों से भी पूछताछ कर उनकी संपत्ति की भी जांच की जा रही है कि उन्होंने ठगी की राशि को कहां खर्च किया है. यह पूरा एक संगठित गिरोह है जो पढ़े-लिखे युवाओं को झांसे में लेकर और लालच देकर ग्रुप बनाता है और फिर टेलीग्राफ के माध्यम से इस तरह की ठगी की वारदात को अंजाम दिया जाता है फिलहाल मामले में पुलिस की विवेचना जारी है. आरोपियों को पकड़ने में मुख्य भूमिका निभाने वाले क्राइम ब्रांच अधिकारियों और कर्मचारियों को पुलिस रिवॉर्ड भी दिया जाएगा.
बीएसएफ इंस्पेक्टर अबसार अहमद से हुई थी 71.25 लाख की ठगी
आपको बता दें कि ग्वालियर के टेकनपुर स्थित बीएसएफ में पदस्थ इंस्पेक्टर अबसार अहमद को 2 दिसंबर 2024 को वॉट्सऐप कॉल कर खुद को मुंबई साइबर और क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताकर उनके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग केस में गिरफ्तारी वारंट जारी होने का डर दिखाकर बीएसएफ इंस्पेक्टर को अपने परिवार सहित गिरफ्तार करने की धमकी दी और कहा कि कोर्ट का आदेश है. कि उन्हें तुरंत गिरफ्तार किया जाए।इस धमकी के बाद ठगों ने वीडियो कॉल के माध्यम से बीएसएफ अधिकारी से पैसे जमा करने की मांग की।इंस्पेक्टर अहमद ने 34 ट्रांजैक्शन में कुल 71.25 लाख रुपए ठगों को ट्रांसफर किए। इन पैसों को जुटाने के लिए इंस्पेक्टर को दिल्ली स्थित अपनी संपत्ति और उत्तर प्रदेश में अपनी ज़मीन बेचने के लिए एडवांस लेना पड़ा था । 2 जनवरी को उनके बेटे ने उन्हें इस जाल से मुक्त कराया और उन्होंने क्राइम ब्रांच में मामला दर्ज कराया था ।