पूर्व केंद्रीय मंत्री और राजद के नेता शरद यादव का 75 साल की उम्र में गुरुग्राम के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया, उनकी बेटी सुभाषिनी शरद यादव ने गुरुवार को ट्विटर पर इस खबर की पुष्टि की। उनके परिवार में उनकी पत्नी, एक बेटी और एक बेटा है। जद (यू) के पूर्व प्रमुख महीनों से स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे थे। फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट के एक बयान में कहा गया है कि शरद यादव को अचेत और अनुत्तरदायी अवस्था में आपातकालीन वार्ड में लाया गया था। समाचार एजेंसी पीटीआई ने अस्पताल के हवाले से बताया कि जांच के दौरान उनकी नाड़ी या रिकॉर्ड करने योग्य रक्तचाप नहीं था। एसीएलएस प्रोटोकॉल के तहत उनका सीपीआर किया गया। सर्वोत्तम प्रयासों के बावजूद, उन्हें पुनर्जीवित नहीं किया जा सका और 12 जनवरी को रात 10:19 बजे मृत घोषित कर दिया गया।
जेडीयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव का बीती रात दुखद निधन हो गया। निधन की खबर मिलते ही पूरे देश सहित नर्मदा अंचल और उनके गृह ग्राम आखमऊ में शोक की लहर देखी जा रही है। जानकारी के मुताबिक शरद यादव के पार्थिव शरीर को शुकवार को दोपहर के बाद एअरलिफ्ट के माध्यम से भोपाल लाया जाएगा। भोपाल से उनके पार्थिव शरीर को नर्मदापुरम की माखन नगर तहसील अंतर्गत आने वाले उनके गृहग्राम आखमऊ लाया जाएगा। परिजनों के मुताबिक शरद यादव का अंतिम संस्कार शनिवार की सुबह करीब 10 बजे गृह ग्राम आखमऊ में ही किया जाएगा।
परिजनों द्वारा उनके अंतिम संस्कार को लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई है। घर के पास ही बने खलिहान में जहां वे हमेशा गांव आने के बाद घूमने निकला करते थे उसी स्थान पर उनके अंतिम संस्कार की तैयारियां की जा रही है। वही उनके बड़े भाई एसपीएस यादव ने बताया कि करीब 10:00 बजे रात को शरद यादव के साले साहब का फोन आया और उन्होंने रोते-रोते उनके निधन की खबर सुनाई। उन्होंने बताया कि साहब का इंतकाल हो गया है। उन्होंने बताया कि प्राथमिक शिक्षा कक्षा नौवीं तक गांव में पास करने के बाद आगे की पढ़ाई इटारसी में की। इसके बाद कॉलेज की पढ़ाई और सक्रिय राजनीति में उन्होंने अपना पदार्पण किया। उनके भतीजे शैलेश यादव ने बताया कि शनिवार सुबह 10:00 बजे के करीब उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा जिसमें कई दिग्गज नेताओं के अंतिम दर्शन में पहुंचने की उम्मीद है।