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जब ADGP शहडोल ज़ोन में छुए वृद्धा के पैर जमीन पर बैठ सुनी समस्या जानिए पूरा मामला

ADGP ने की मानवता मिंशाल पेश:- लाठी के सहारे कई किलोमीटर का सफर तय करके अपनी व्यथा सुनाने आई वृद्ध महिला का पैर छू कर पुलिस अधिकारी ने लिया आशीर्वाद

वृद्ध महिला को खाना खिलाकर छुड़वाया घर, प्रताड़ित करने वाले नाती व नातिन बहू के खिलाफ कार्यवाही का दिया आश्वाशन

हमेशा मीडिया की सुर्खियों में रहने वाले शहड़ोल जोन ADGP डीसी सागर ने मानवता की मिशाल पेश करते है एक बार फिर सुर्खियों में आ गए है । दरअसल जयसिहनगर की एक वृद्ध महिला अपने नाती व नातिन बहू से परेशान होकर कई किलोमीटर का सफर तय कर ADGP कार्यालय शहड़ोल पहुचकर ADGP को गले लगाकर आशीर्वाद देते हुए रो पड़ी और अपनी व्यथा सुनाई जिस पर ADGP ने वृद्ध को खाना खिलाकर कुछ पैसे देकर अपने वाहन से उसे घर तक जाने के लिए छुड़वाया, साथ ही कार्यवाही का आश्वासन भी दिया, ADGP के इस पूरी घटना क्रम का वीडियो अब सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रही है।

जयसिंहनगर थाना क्षेत्र के अटरिया गांव की रहने वाली वृद्ध छोटी बाई को उसका नाती और नातिन बहू परेशान करते हैं। जिससे आहत लाचार वृद्ध महिला कई बार जयसिंहनगर थाने समेत जिले के सभी बड़े अधिकरियो से मदद की गुहार लगा चुकी
लेकिन उसकी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं हुई तो वह आज लाठी के सहारे चलकर सम्भागीय मुख्यालय शहड़ोल ADGP की कार्यालय पहुची ,एडीजीपी को पता चला कि वृद्धा चलकर उनके पास तक नहीं आ सकती तो वे खुद उसके पास गए, पहले उन्हें पानी पिलाया फिर उसकी समस्या सुनी और न्याय दिलाने का आश्वासन दिया। इसके बाद वृद्धा को खुद सहारा देकर कार्यालय के प्रतीक्षा कक्ष में लाकर पहले खाना खिलाया और फिर जमीन में बैठकर खुद उसकी व्यथा सुनी, पुलिस के ऐसे सरल सहज अधिकरी को देखकर वृद्धा भावुक हो गई और गले लगाकर आशीर्वाद देते हुए रो पड़ी। इस दौरान वृद्धा ने कहा कि ऐसा अधिकारी मैंने पहली बार देखा है। जो शिकायत सुनने के साथ दुख दर्द भी समझता है।

वृद्धा की दुःख भरी कहानी सुनकर कार्यवाही का आश्वासन देते हुए ADGP ने व्रद्ध को भोजन कराने के बाद एडीजीपी ने 500 रुपये दिया और अपने वाहन से बस स्टैंड तक पहुंचवाया।वहां से बस में बैठवाकर उसके घर रवाना किया, शहडोल एडीजीपी ने खुद अपने वाहन में वृद्धा को सहारा देकर बैठाया और उसके पैर छुकर आशीर्वाद लेकर रवाना किया, ADGP के इस पूरी घटना क्रम का वीडियो अब सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रही है। साथ ही उनके इस सराहनीय कार्य की हर तरफ सराहना हो रही है।

वही इस पूरे मामले में शहड़ोल ADGP डीसी सागर का कहना है कि उन्होंने अपना फर्ज निभाया है। एडीजीपी ने कोई बहुत बड़ा मामला नहीं है, लेकिन स्थानीय पुलिस अधिकारी कर्मचारी लापरवाही करते हैं, जिसके कारण पीड़ितों को मेरे पास तक आना पड़ता है। हर शिकायतकर्ता से अच्छा व्यवहार करते हुए उसे न्याय दिलाना चाहिए, वृद्धा के परिवार में उसका नाती और बहू ही परेशान कर रहे हैं। संज्ञान में आने के वैधानिक कार्रवाई होगी।

Sanjay Vishwakarma

संजय विश्वकर्मा (Sanjay Vishwakarma) 41 वर्ष के हैं। वर्तमान में देश के जाने माने मीडिया संस्थान में सेवा दे रहे हैं। उनसे servicesinsight@gmail.com पर संपर्क किया जा सकता है। वह वाइल्ड लाइफ,बिजनेस और पॉलिटिकल में लम्बे दशकों का अनुभव रखते हैं। वह उमरिया, मध्यप्रदेश के रहने वाले हैं। उन्होंने Dr. C.V. Raman University जर्नलिज्म और मास कम्यूनिकेशन में BJMC की डिग्री ली है।

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