आगर मालवा– इंदौर-कोटा नेशनल हाइवे के तनोड़िया में सोमवार देर शाम कंटेनर और ट्रक की आमने सामने की जोरदार भिडंत हो गई, जिसमें दोनो वाहन के चालक बुरी तरह वाहन में फंस गए और गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें जेसीबी और ग्रामीणों की मदद से बाहर निकालने का प्रयास किया गया, जिसमे करीब ढाई घंटे की मशक्कत के बाद दोनो गंभीर घायलों को वाहन से निकालने में सफलता मिली, लेकिन एक चालक संतोष (35) की मौत हो गई, जबकि दूसरा गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसका उपचार जिला चिकित्सालय में करने के बाद रैफर किया गया।
यातायात थाना के सूबेदार जगदीश यादव ने बताया कि उज्जैन की ओर से आ रहे कंटेनर का टायर फटने से असंतुलित होकर वह सामने से आ रहे ट्रक से भीड गया। कंटेनर चालक जमशेद पिता हेमद (40) निवासी दोरखी फिराजपुर हरियाणा की स्थिति नाजूक होने पर प्राथमिक उपचार के बाद रैफर किया गया। मामले में प्रकरण दर्ज कर पुलिस ने जांच में लिया है।
सडक के दोनो तरफ लगी वाहनों की लंबी कतार
इंदौर कोटा नेशनल हाइवे पर घटना के बाद करीब ढाई घंटे तक जाम लगा रहा, इसके कारण सडक के दोनो तरफ जहां वाहनों की लंबी कतार लग गई, वहीं छोटे वाहनों को पुलिस द्वारा सर्विस रोड के जरिए बाहर निकाला गया, करीब 9 बजे जब वाहन में फंसे चालकों को बाहर निकाल लिया गया, तब जाम खुल पाया। इस बीच जाम लगने से वहां से निकलने वाले यात्रियों को भारी परेशानी का सामना भी करना पडा।
सड़क मेंटेनेंस कंपनी की एंबूलेंस और जेसीबी नहीं पहुंचने पर जताई नाराजगी
नियमानुसार इंदौर कोटा नेशनल हाइवे पर वाहन दुर्घटना होने पर तत्काल बाद सडक मेंटेनेंस कंपनी का वाहन और एम्बूलेंस मौके पर पहुंचकर ना सिर्फ वाहनों को मौके से हटाकर रोड चालु करवाती है, बल्कि घटना में घायलों को एम्बूलेंस के माध्यम से अस्पताल भी पहुंचाती है, लेकिन इतनी गंभीर घटना होने के बाद भी वहां वाहन में फंसे चालकों को निकालने के लिए निजी जेसीबी से ग्रामीण और पुलिस मशक्कत करते रहे, लेकिन ना तो सडक मेंटेनेंस कंपनी का कोई वाहन वहां पहुंचा और ना ही घायलों को ले जाने के लिए एंबूलेंस ही वहां पहुंच पाई और तो और यहां स्टैट लाइट भी बंद थी, जिसके कारण वहां मौजूद ग्रामीण आक्रोशित नजर आए।
गौरतलब है कि अब तक कई बडे हादसे इस मार्ग पर हो चुके है, लेकिन अब तक एक बार भी सडक मेंटेनेंस के वाहन द्वारा मौके पर पहुंचकर किसी भी प्रकार की कोई सुविधा मुहैया नहीं करवाई गई है।