Gwalior Street Dog Issue : ग्वालियर मे आवारा कुत्तों का आतंक अब कहर बनता जा रहा है,स्ट्रीट डॉग ने 5 साल के मासूम बच्चे पर जानलेवा हमला बोल दिया,मासूम बच्चे का गाल मांस सहित डॉग ने नौंच खाया,मासूम बच्चे के चेहरे पर 25 टांके आए,सरकारी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में मासूम बच्चे को तीन डॉक्टरों ने डेढ़ घंटे ऑपरेशन कर बचाया।
दरसअल डॉग बाइट का यह मामला शहर के गोल पहाड़िया इलाके का है,जहां 5 साल का मासूम नरसिम्हा अपने घर से बिस्किट लेने निकला था,उसी दौरान आवारा कुत्ते ने उस पर हमला कर दिया,बच्चे की चीख पुकार सुनकर परिजनों ने बड़ी मुश्किल से आवारा कुत्ते के जबड़े से मासूम को बचाया। जिसके बाद वह नरसिम्हा को सरकारी सुपर स्पेशिलिटी में भर्ती कराया,जहां जटिल ऑपरेशन के बाद फिलहाल मासूम की हालत खतरे से बाहर है। मासूम बच्चे पर आवारा कुत्तों के हमले का 15 दिन में दूसरा बड़ा मामला सामने आया है,15 दिन पहले शारदा बालग्राम के रहने वाले मासूम रविकांत को आवारा कुत्ते ने शिकार बनाया था,मासूम रविकांत के 100 से अधिक टांके लगाए गए थे,अभी भी उसका इलाज चल रहा है।शहर की सड़कों, चौक चौराहा से लेकर पॉश इलाकों तक स्ट्रीट डॉग का आतंक मचा हुआ है। स्ट्रीट डॉग के आतंक से ख़ौफ़ज़दा लोग हाथों में डंडा लेकर निकलने को मजबूर हैं।इस साल के 40 दिनों के आंकड़ों की बात करें तो लगभग 6500 लोगों को स्ट्रीट डॉग ने अपना शिकार बनाया। इनमें 700 बच्चे शामिल है।
डॉग बाइट के बढ़ते मामलों को लेकर कलेक्टर रुचिका सिंह चौहान का कहना है की ग्वालियर शहर में सिर्फ एक ही ABC सेंटर हैं, लेकिन अब चारों विधानसभा क्षेत्रों में एबीसी सेंटर शुरू किए जाएंगे। जब ABC सेंटर एक से बढ़कर 4 हो जाएंगे तो स्ट्रीट डॉग की नसबंदी का काम तेजी से बढ़ेगा और आबादी पर कंट्रोल किया जा सकेगा।













