ग्वालियर की जीवाजी यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर अरुण शर्मा का सत्याग्रह जारी है। उनके इस सत्याग्रह में अब अलग-अलग राजनीतिक दल भी शामिल होने लगे हैं,बुधवार को युवक कॉंग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मितेन्द्र सिंह भी सत्याग्रह में शामिल होने पहुँचे। जहां हाथ, माथे पर काली पट्टी बांधकर विरोध दर्ज कराया। EOW द्वारा FIR दर्ज किए जाने के बाद भी आरोपियो के खिलाफ कोई एक्शन न होने के खिलाफ यह प्रदर्शन किया जा रहा है।
दरसअल मुरैना जिले के झुंडपुरा स्थित शिव शक्ति कॉलेज को 14 साल से कागजों में ही सम्बद्धता दिए जाने के मामले में EOW ने जीवाजी विश्वविद्यालय के कुलगुरु अविनाश तिवारी सहित 17 प्रोफेसर्स के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है, लेकिन उसके बावजूद कार्रवाई न होने पर अब फर्जी वाले को उजागर करने वाले अरुण शर्मा ने मोर्चा खोल दिया है जीवाजी विश्वविद्यालय के परिसर में वह सत्याग्रह पर बैठ गए हैं उनके इस प्रदर्शन में अलग-अलग राजनीतिक दल भी शामिल होने पहुंच रहे हैं,अरुण शर्मा का कहना है कि यदि मामले में कोई बड़ा एक्शन अभी भी नहीं लिया गया तो वह राजभवन तक साइकिल यात्रा निकालेंगे,इसके अलावा भोपाल में ही उच्च शिक्षा विभाग दफ्तर के बाहर धरने पर बैठेंगे और जरूरत पड़ी तो वह दिल्ली स्तिथ जंतर मंतर पर जाकर भी धरना प्रदर्शन करेंगे।
सत्याग्रह में शामिल होने पहुँचे युवक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नितिन सिंह का कहना है कि प्रदेश में अब अलग-अलग तरह के माफिया सक्रिय हो गए हैं लेकिन सबसे ज्यादा हावी शिक्षा माफिया हैं,जो प्रदेश के युवाओं की शिक्षा के साथ खिलवाड़ कर उनके भविष्य को बर्बाद कर रहे हैं।
जीवाजी विश्वविद्यालय द्वारा झुंडपुरा स्तिथ शिवशक्ति कॉलेज को फर्जी मान्यता देने के चलते EWO ने कुलगुरु डॉ अविनाश तिवारी सहित 19 प्रोफेसर्स पर केस दर्ज किया है। इन सभी पर धारा 420 467 468 120 भी जैसे गंभीर अपराध हैं। इसके बाद छात्र संगठनों,EC मेंबर सहित फर्जीवाड़े को उजागर करने वाले अरुण शर्मा कुलगुरु के इस्तीफा की मांग करते हुए विश्विद्यालय में धारा 52 लगाने की राज्यपाल से गुहार लगा रहे है।