Gwalior News : रील बनाने के जुनून में लोग मौत को दावत देने से भी नही चूक रहे हैं। ऐसी ही तस्वीर ग्वालियर में सामने आई जहां रील में LPG गैस के जरिए धुएं का स्पेशल इफेक्ट देने के चक्कर में भीषण ब्लास्ट हो गया। जिसमें 90 फ़ीसदी से ज्यादा झुलसे युवक और महिला ज़िंदगी-मौत से संघर्ष कर रहे हैं।
ग्वालियर के गोले का मंदिर थाना क्षेत्र में स्थित 7 मंज़िला इमारत “द लेगेसी प्लाज़ा” के फर्स्ट फ्लोर के फ्लैट में भीषण विस्फोट हो गया। मंगलवार रात 2:00 बजे हुए विस्फोट में फ्लैट पूरी तरह तबाह हो गए,फ्लैट में मौजूद रंजना जाट और अनिल नाम का युवक 90 फ़ीसदी झुलस गए। दोनों को गंभीर हालत में ग्वालियर के जयारोग्य अस्पताल के बर्न वार्ड में भर्ती कराया गया है। फ्लैट में रखा सिलेंडर और AC सही सलामत थे, सूचना मिलने पर पुलिस की फॉरेंसिक टीम के साथ ही बम डिस्पोजल एंड डॉग स्क्वायड मौके पर पहुंचे। गोले का मंदिर पुलिस ने जांच की तो यह खुलासा हुआ कि अनिल जाट और रंजना जाट कमरे में रील के लिए वीडियो ग्राफी कर रहे थे। रील में धुंए का स्पेशल इफेक्ट देने के लिए कमरे में गैस सिलेंडर से एलपीजी गैस नोजल दबाकर कमरे में फैलाई गई थी। गैस भरने के बाद जैसे ही रील बनाने के लिए हैलोजन का स्विच ऑन किया गया तो स्पार्क के साथ तेज धमाका हो गया। धमाका इतना भीषण था कि रंजना का फ्लैट पूरी तरह से धराशाई हो गया वहीं आसपास के दो फ्लैट को भी भारी नुकसान हुआ। फ्लेट में मौजूद रंजना और अनिल आग
में झुलस गए, तेज धमाका हुआ तो बिल्डिंग में रहने वाले लोग दहशत के चलते बाहर निकल आए। घटना के दौरान रंजना और अनिल के कपड़ों में आग लग गई, तो ये लोग भागकर बाहर आ गए, इसी बिल्डिंग में ऊपरी हिस्से में सो रहे रंजना के बच्चों ने पड़ोसियों की मदद से ग्वालियर के जयारोग्य अस्पताल में भर्ती कराया, जहां वन वार्ड में दोनों का इलाज किया जा रहा है। एसएसपी धर्मवीर सिंह ने बताया कि दोनों बुरी तरह से झुसले हैं प्रारंभिक जांच में उनके मोबाइल से कुछ वीडियो मिले हैं।
प्रारंभिक जांच के बाद इस विस्फोट में रंजना और अनिल की लापरवाही सामने आई है। लिहाजा दोनों के खिलाफ आपराधिक केस दर्ज किया गया है। पुलिस के मुताबिक रंजना और अनिल 90 फ़ीसदी के लगभग झुलसे हैं उनकी हालत स्थिर है। पुलिस अधिकारी अब अपील कर रहे हैं कि जो लोग रील बनाते हैं या वीडियो ग्राफी करते हैं वह लोग इस तरह के जोखिम से बचे।