India Pak War: भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव की स्थिति को देखते हुए मंगलवार की रात हुई एयर स्ट्राइक के बाद मेडिकल सुविधाओं को भी हाई अलर्ट पर कर दिया गया है जिसको देखते हुए ग्वालियर के सभी बड़े और छोटे अस्पतालों की छतो पर एक सफ़ेद गोला बनाकर लाल प्लस का निशाना बनाया गया है जो कि रेड क्रॉस का निशान है किसी भी हमले के लिए ऐसी बिल्डिंगों को निशाना न बनाया जाए जिसमें मेडिकल उपचार होता हो कभी भी राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित कोई गाइडलाइन आती है और जैसा आपने देखा कि पाकिस्तान के साथ विवाद चल रहा है तो उसमें जो गाइडलाइन है जेनेवा सेक्शन 1949 के तहत रहती है उसमें जितने भी अस्पताल हैं उनको एक अलग तरीके का चिन्हित किया जाता है तो उसके लिए एक सफेद छत पर एक गोला और उसमें एक रेड क्रॉस ( लाल रंग का प्लस ) का निशान जो की रेड क्रॉस का एक निशान है और यह एक अंतरराष्ट्रीय ट्रीटी है।
इसके तहत सभी देशों में यह माना जाता है कि अस्पताल अलग से चिन्हित किया जाए जिससे अगर कोई कहीं हमला होता है तो अस्पतालों को हमेशा छोड़ दिया जाता है तो यह जो राष्ट्रीय गाइडलाइन है उसी के तहत सभी अस्पतालों में चाहें वह प्राइवेट हो या सरकारी हो सभी की छतों के ऊपर लाल कलर का जो रेड क्रॉस का निशान है निर्देश और गाइडलाइन के तहत ही हमने भी अपने सरकारी अस्पतालों और प्राइवेट अस्पतालों में बनवाया है जिनमें से जो हेड क्वार्टर है वहां पर यह कन्वेंशन में तय हुआ कि कहीं पर भी युद्ध होगा या इस तरीके की सिचुएशन पैदा होगी तो अस्पतालों को उसको दूर रखा जाएगा।
क्योंकि अस्पतालों में जो रोगी होते हैं और उनका उपचार होता है या कहीं कैजुअल्टी में घायल हो जाते हैं चाहे वह युद्ध से सभी संबंधित हो उनको भी वहां रखा जाता है और वह प्रकृति का भी नियम है जो घायल है या जो बीमार है उसे कम से कम ऐसी परिस्थितियों से दूर रखा जाए क्योंकि अस्पताल में रोगियों का उपचार होता है इसलिए इनको इसके अलग रखने के लिए यह चिन्ह बनाए जाते हैं।
ग्वालियर जिले के अलावा जहां-जहां जिन शहरों को कैटरराइज किया है उन शहरों में सभी जगह यह निर्देश दिए गए हैं भारत सरकार की तरफ से ऐसे निर्देश आते हैं और हमारे वरिष्ठ अधिकारियों की मीटिंग में भी हमें निर्देश हुए थे कि ऐसा किया जाए हमने किया है ऐसी स्थिति में स्वास्थ्य विभाग एक महत्वपूर्ण विभाग होता है जिसके तहत समस्त इमरजेंसी सेवाएं हमने भी मीटिंग लेकर जिसमें ट्रॉमा सेंटर कैजुअल्टी डिपार्टमेंट और आईसीयू उनको अलर्ट मोड पर रखा गया है और ऑक्सीजन सप्लाई फायरफाइटिंग सिस्टम स्टाफ और एंबुलेंस और उनके ड्राइवर ईंधन और सभी अन्य जो इसमें उपयोग होने के लिए तैयार कर ली गई है हमारे मानव संसाधन भी अलर्ट मोड पर है आगे जो भी निर्देश मिलेंगे और जो भी स्टाफ छुट्टी पर होगा उनको भी मैनेज किया जाएगा वही जो भी आगे आदेश दिए जाएंगे उसका पालन किया जाएगा।