MP News : हाल ही में सूबे के मुखिया शिवराज सिंह चौहान ने निवाड़ी कलेक्टर को मंच से ही निलंबित कर दिया था खबर सुनते ही अधिकारीयों के तो हाथ पैर फूल गए थे लेकिन उसी मंच से डिंडौरी कलेक्टर विकास मिश्रा के तारीफों के पुल भी बांधते नजर आएं थे,डिंडौरी कलेक्टर जमीनी स्तर पर आम जनता से जुड़े हुए माने जाते है,अभी हाल ही में उन्होंने एक स्कूल के निरिक्षण के दौरान एक छात्र को एक दिन का कलेक्टर बना दिया था,लेकिन इस बार का मामला थोडा अलग है,आमतौर पर अधिकारी छात्रावास में जहा सिर्फ इंस्पेक्शन के नाम पर जाते है वहा कलेक्टर डिंडौरी ने छात्रों के साथ रात गुजारी और अपना कार्यालीन काम भी निपटाया.
रात भर कलेक्टर रहे छात्रावास में :
दरअसल डिंडौरी कलेक्टर विकास मिश्रा डिंडौरी नगर में संचालित विशेष पिछड़ी जनजाति छात्रावास पहुँचे।कलेक्टर अपने साथ फ़ाइल भी ले गए, हास्टल में बैठ कर ही फाइलें निपटाते रहे साथ ही छात्रो की समस्याएं भी सुनते रहे, कलेक्टर बच्चो साथ बैठकर भोजन किया,रात भर रुके।कलेक्टर ने छात्रावास अधीक्षक को आरोप पत्र जारी करने और सभी अधिकारियों की जवाबदेही तय करने की बात कही है।अपने बीच में कलेक्टर विकास मिश्रा को देख पहले तो छात्र असहज हुए पर जब बच्चों से कलेक्टर विकास मिश्रा ने खुलकर बात की साथ खाया साथ सोया तो बच्चों ने खुलकर अपनी बात रखी और समस्याओं से अवगत भी कराया.
रात भर रुक जानी जमीनी हकीकत :
कलेक्टर रात में छात्रावास पहुँचे ,तो पहले किराए पर संचालित छात्रावास का निरीक्षण किया ।प्रॉपर टॉयलेट का न होना।छात्रावासी बच्चों को दिए जाने वाले भोजन में कमी,पढ़ाई लिखाई के लिये पर्याप्त व्यवस्था का न होना पाया।कलेक्टर ने कहा कि छात्रावासी बच्चों को शासन द्वारा मिलने वाली राशि की जानकारी ली। जिस भवन में छात्रावास संचालित है वह ठीक नही है नया भवन देखकर शिफ्ट करवाया जाएगा।छात्रावास अधीक्षक फूल सिंह धुर्वे को आरोप पत्र जारी किया गया ,साथ ही अधिकारियों की भी जवाबदेही तय की जाएगी।