मंडला पुलिस ने आईपीएस अधिकारी बन कर नौकरी का झांसा दे रहे युवक आंनद धुर्वे को मोहगांव के सिलघिटी ग्राम से गिरफ्तार किया है। आरोपी युवक अपने आप को आईपीएस अधिकारी मनीष परते बताकर तीन युवतियों को झांसे में ले लिया और उन्हें ट्रेनिंग के नाम पर दिल्ली ले जाने की फिराक में था। मगर एक स्कूल संचालिका की जागरूकता से न केवल युवतियों की रक्षा हुई बल्कि आरोपी युवक और उसके दो साथी पुलिस की गिरफ्त में पहुंच गए।
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मामले का खुलासा कंट्रोल रूम में एडिशनल एसपी गजेन्द्र सिंह कंवर ने प्रेसवार्ता आयोजित कर बताया कि मंडला नगर में किराये के मकान में रहकर पढ़ाई कर रही तीन युवतियों से मनीष परते नाम बताकर एक युवक ने फोन से संपर्क किया और उस युवक ने खुद को आईपीएस अधिकारी बताते हुए युवतियों को पुलिस में नौकरी का झांसा दिया। उसने भर्ती के फर्जी दस्तावेज और पुलिस की वर्दी में अपनी फर्जी फोटो व्हाट्सअप से भेजी जिससे तीनों युवतियाँ युवक के झांसे में आ गई। नौकरी लगने की जानकारी मिलने के बाद इन युवतियों ने दिल्ली जाने कि तैयारी शुरू कर दी और ये बात अपनी मकान मालिकान सीता परतेति को बताई। सीता परतेति जो स्कूल कि संचालिका भी हैं उन्होंने इन युवतियों से भर्ती प्रक्रिया की जानकारी ली तो उन्हे ये मामला संदिग्ध लगा तो युवतियों के साथ कोतवाली थाने पहुंच कर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
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कोतवाली पुलिस ने मामले को संज्ञान में लिया और जिस नंबर से युवतियों की इस कथित आईपीएस अधिकारी से चर्चा चल रही थी उस नंबर के आधार पर मोहगांव जनपद के सिलघिटी ग्राम से आपने आप को आईपीएस अधिकारी मनीष परते बता रहे आरोपी आनंद धुर्वे को गिरफ्तार किया है। पुलिस द्वारा बताया गया कि आरोपी युवक आनंद धुर्वे को गिरफ्तार जुडिशियल रिमांड पर जेल भेज दिया गया है और उसके दो सहयोगी युवकों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया है। आरोपी आनंद धुर्वे 10वीं फेल है और अब तक उसने 25 से अधिक को नौकरी देंने के नाम पर ठगा है.