उमरिया जिले के चंदिया नगर में रेल रोको आन्दोलन की चर्चा पूरे देश में हुई थी और हो भी क्यों न चंदिया नगर और आस पास के जुड़े गावों के सभी उम्र के लोगो ने एक साथ एक सुर में आन्दोलन का आह्वान किया था और चरणबद आन्दोलन के बाद तय दिन और तय समय में रेलवे ट्रैक को जाम कर दिया था.
चंदिया का रेल रोको आन्दोलन किसी नई यात्री ट्रेन के स्टापेज के लिए नही था वल्कि कोरोना की पहली लहर के पहले जो यात्री ट्रेन चंदिया रेलवे स्टेशन में रुकना बंद हो गई थी उनके पुनः परिचालन के लिए यह आन्दोलन किया गया था.
यह भी पढ़ें : चमकुली नदी के किनारे मिली लाश कमर के ऊपर का पूरा शरीर गायब
रेल रोको आन्दोलन में मिले आश्वासन का कुछ ही भाग मूर्त रूप ले पाया है पर चंदिया रेल रोकों आन्दोलन में रेलवे विभाग द्वारा कोर्ट की कार्यवाही की मार झेल रहे आमजन को इस बाद से अभी संतोष करना है की रेणुका सिंह राज्य मंत्री जनजातीय कार्य मंत्रालय भारत सरकार ने देश के रेल मंत्री को एक पत्र लिखकर इस बात की मांग की है की उमरिया जिले के चंदिया नगर में सारनाथ,भोपाल बिलासपुर भोपाल,रीवा चिरमिरी रीवा और रीवा बिलासपुर रीवा यात्री ट्रेनों का स्टापेज देने की मांग की है. साथ ही पत्र में जिला मुख्यालय उमरिया के रेलवे स्टेशन में 3 यात्री ट्रेनों के स्टापेज की मांग के लिए भी पत्र में उल्लेख किया गया है.
अब देखना यह होगा की आगामी विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव के पहले चंदिया और उमरिया में यात्री ट्रेनों का ठहराव पूर्ववत हो जाएगा या जिलेवासियों को सिर्फ कोरे आश्वासन से गुजरा करना पड़ेगा.
यह भी पढ़ें : लोकायुक्त कार्यवाही : ट्राफिक सूबेदार ड्राईवर सहित रंगेहाथ गिरफ्तार
