अज्ञात शव को निकालने पुलिस के साथ पहुंचे युवक की खुद ही पानी में डूबने से मौत हो गई। बताया जा रहा है की नदी के पानी में जलकुंभी में फस जाने से तैराक गणेश पिता बाबूलाल यादव की डूबने से मौत हो गई। हादसे के बाद परिजनो में आक्रोश है। हलाकि मौके पर पहुंचे तहसीलदार ने आर्थिक सहायता का आश्वासन दिया है। सनावद पुलिस के लिए बड़ी विकट स्थिति बन गई, नदी में अज्ञात शव को निकालने के लिए पुलिस जिस तैराक को लेकर पहुंची थी वही नदी में डूब गया।
खरगोन जिले के सनावद की बाकुर नदी पर कर्बला क्षेत्र में अज्ञात युवक की लाश को निकालने के लिए एएसआई शुक्ला आरक्षक नरेंद्र चंदेल नगर पालिका के कर्मचारी और तैराक गणेश पिता बाबूलाल यादव नदी किनारे पहुंचे। अज्ञात युवक की लाश पानी पर दिख रही थी। निकालने के लिए तैराक गणेश यादव ने पानी में कपड़े उतार कर छलांग लगाई पानी के नीचे जलकुंभी थी गणेश पानी के नीचे गया मगर बाहर नहीं आ पाया उसे बचाने के लिए आरक्षक नरेंद्र चंदेल भी कुदा उसके पैर भी जलकुंभी में उलझे उसने सहयोग के लिए आवाज दी। नगरपालिका कर्मचारियों ने पानी में रस्सी डालकर चंदेल को बाहर खींच लिया इस बीच गणेश पिता बाबूलाल यादव डूब गया था उसके पश्चात नपा कर्मचारियों ने बांस और लकड़ी के सहारे अज्ञात युवक के शव को बाहर निकाला शव 3-4 दिन पुराना था जिसे सिविल अस्पताल भेजा घटना के 1 घंटे बाद ओमकारेश्वर के तैराक कालूराम केवट ओर तुकाराम केवट ने गणेश के शव को नदी से बाहर निकाला।
गणेश के परिजनों का कहना है कि पुलिस वाले गणेश को शव निकालने के लिए साथ में लेकर गए थे पानी में बिना साधन के आरक्षक नरेंद्र चंदेल और गणेश दोनों नदी में कूदे गणेश जलकुंभी में उलझ गया जिससे उसकी मौत हो गई । गणेश गरीब परिवार का है उसको उसने पुलिस की मदद ही की थी और अपनी जान गवा बैठे उसे पुलिस ने आर्थिक रूप से सहयोग करना चाहिए। पीएम के दौरान आक्रोशित परिजनो ने नाराजी जाहिर की। मौके पर पहुंचे तहसीलदार शिवराम कनासे ने समझाया। नदी में डूबने से मौत होने पर शासन की ओर से चार लाख की आर्थिक सहायता का आश्वासन दिया।
मृतक गणेश के चचेरे भाई रवि यादव ने बताया कि गणेश पुलिस की मदद करने ही गया था और वो डूब गया तहसीलदार साहब के आश्वासन पर पीएम कराकर अंतिम संस्कार किया।