Imd alert bhopal : मौसम केंद्र भोपाल के द्वारा एक बार फिर से अति भारी वर्षा का ऑरेंज और येलो अलर्ट मध्य प्रदेश के दर्जनों जिलों के लिए जारी किया गया है। मौसम केंद्र भोपाल के द्वारा सिंगरौली, सीधी, शहडोल जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट वही रीवा, मऊगंज, अनूपपुर, उमरिया और डिंडोरी जिलों के लिए भारी वर्षा का अलर्ट जारी किया गया है।
क्यों हो रही है भारी बारिश
दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी रेखा 20° उत्तर/69° पूर्व, वेरावल, भरूच, उज्जैन, झाँसी शाहजहाँपुर और 30° उत्तर/81° पूर्व से होकर गुज़र रही है।
आंतरिक ओलिशा पर बना अवदाब (डिप्रेशन) पिछले 6 घंटों के दौरान 15 किमी प्रति घंटे की गति से उत्तर-उत्तरपश्चिम में आगे बढ़कर 20.7N उत्तर अक्षांश और 83.78 पूर्व देशांतर के पास, फून्तबनी (ओडिशा) से लगभग 60 किमी पश्चिम-उत्तरपश्चिम, भवानीपटना (ओडिशा) से लगभग 100 किमी उत्तर-उत्तरपूर्व और संबलपुर (ओडिशा) से 90 किमी दक्षिण-दक्षिणपश्चिम पर केंद्रित हो गया। इसके शुरू में आंतरिक ओडिशा से होते हुए उत्तर-उत्तरपश्चिम की ओर और फिर उत्तरी छत्तीसगढ़ से होते हुए उत्तर की ओर बढ़ने और अगले 24 घंटों में धीरे-धीरे कमजोर होकर एक सुस्पष्ट निम्न दबाव वाले क्षेत्र में परिवर्तित होने की प्रबल संभावना है।
उत्तर-पूर्व अरब सागर पर बना गहरा अवदाब (डीप डिप्रेशन) पिछले 6 घंटों के दौरान 12 किमी प्रति घंटे की गति से उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ा अक्षांश 21.5N और देशांतर 67.0F पर केन्द्रित हो गया, जो की द्वारका से लगभग 240 किमी पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम, नलिया से 270 किमी दक्षिण-पश्चिम, पोरबंदर से 280 किमी पश्चिम और कराची (पाकिस्तान) से 380 किमी दक्षिण पर स्थित है। इसके पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और अगले 3 घंटों के दौरान एक चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की संभावना है। इसके बाद, इसके शुरू में लगभग पश्चिम की ओर और फिर पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम की ओर बढ़ने और अगले 24 घंटों के दौरान एक गंभीर चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की संभावना है।
एक ट्रफ ओडिशा के आंतरिक भाग पर बने अवदाब से लेकर उत्तर-पश्चिम मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ होते हुए समुद्र तल से 15 से 3.1 किमी ऊपर गुजरती है।
एक पश्चिमी विक्षोभ मध्य क्षोभमंडलीय पश्चिमी हवाओं में एक ट्फ़ के रूप में, देशांतर 67° E के साथ अक्षांश 32° N के उत्तर में माध्य समुद्र तल से 58 किमी ऊपर स्थित है।
एक ऊपरी हवा का चक्रवातीय परिसंचरण उत्तर-पश्चिम राजस्थान और निकटवर्ती क्षेत्र में माध्य समुद्र तल से 09 किमी की ऊंचाई पर सक्रिय है।
अति भारी वर्षा, झंझावत और वज्रपात | Orange Alert
सिंगरौली, सीधी, शहडोल
भारी वर्षा, झंझावत और वज्रपात | Yellow Alert
रीवा, मऊगंज, अनुपपुर, उमरिया, डिंडोरी
झंझावत और वज्रपात | Yellow Alert
भोपाल, विदिशा, रायसेन, सिहोर, राजगढ़, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, देवास, शाजापुर, आगर, मंदसोर, नीमच, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरेना, श्योपुरकलां, सतना, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, पन्ना, दमोह, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, मेहर, पांढुर्णा
भारी वर्षा, झंझावत और वज्रपात Yellow Alert
सिंगरौली, सीधी, रीवा, मऊगंज
झंझावत और वज्रपात | Yellow Alert
भोपाल, विदिशा, रायसेन, सिहोर, राजगढ़, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, देवास, शाजापुर, आगर, मंदसौर, नीमच, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरेना, श्योपुरकलां, सतना, अनुपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, पन्ना, दमोह, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, मैहर, पांढुर्णा
Orange Alert में भारी / अति भारी / अत्यधिक भारी वर्षा के प्रभाव एवं सुझाव
- बहुत भारी बारिश के संभावित दुष्प्रभाव
- निचले इलाकों और सुरंगों में बाढ़ आना।
- खानों एवं खदानों में पानी भरना।
- नदियों, झरनों एवं जलाशयों के जलस्तर में आकस्मिक वृद्धि ।
- कच्चे, असुरक्षित तथा अस्थायी ढांचों को मध्यम क्षति ।
- नगरपालिका सेवाओं (पानी, बिजली आदि) में स्थानीय और अल्पकालिक व्यवधान |
- बहुत भारी बारिश के दौरान जलमग्न तथा फिसलन भरी सड़क और खराब दृश्यता के कारण सड़क/रेल/जल परिवहन में मामूली/मध्यम व्यवधान हो सकता है।
- बहुत पुरानी इमारतों और असुरक्षित संरचनाओं आदि के लिए खतरे की संभावना।
- जल अतिप्रवाह के कारण नालों और मोसमी वर्षा आधारित जलधाराओं पर निचले पुलों और सड़कों का आंशिक/अस्थायी रूप से बंद होना ।
- वृक्षारोपण/बागवानी फसलों को मध्यम क्षति एवं कृषि को मामूली क्षति।
- जीवन, पशुधन और संपत्ति को नुकसान के कुछ मामले।
Orange Alert में दुष्प्रभाव से बचने के उपाय
- निचले एवं बाढ़ग्रस्त इलाकों से दूर रहें।
- आकस्मिक बाढ़ की संभावना वाले क्षेत्रों से दूर रहें और पेड़ों का आश्रय लेने से बचें। सुरक्षित/पक्के घरों के अंदर सुरक्षित आश्रय लें।
- खतरे के निशान के आस-पास बह रही नदियों के आप्लावन मैदानों से दूर रहें।
- अस्थायी और असुरक्षित संरचनाओं को ठीक से सुरक्षित किया जाना चाहिए या खाली कर दिया जाना चाहिए।
- बिजली की वैकल्पिक व्यवस्था बनाएं।
- यातायात में अपेक्षित देरी के कारण पूर्व योजना बनाएं।
- नालों और मौसमी जलधाराओं से दूर रहें।
- भारी बारिश के दौरान फिसलन भरी सड़कों एवं खराब दृश्यता की स्थिति में वाहन चलाते समय सावधानी बरतें।
- अतिप्रवाहित पुलों और जलमग्न सड़कों एवं सुरंगों से बचें (या पार करते समय अत्यधिक सावधानी बरतें)।
- जल परिवहन एवं खनन गतिविधियों का विवेकपूर्ण विनियमन
- झरनों एवं जलाशयों के पास जाने से बचें।
Yellow Alert में भारी वर्षा के संभावित दुष्प्रभाव
- निचले इलाकों एवं सुरंगों में जलजमाव / अस्थायी बाढ़ ।
- कच्चे, असुरक्षित एवं अस्थायी ढांचों को आंशिक क्षति ।
- विद्युत व्यवस्था में व्यवधान ।
- भारी बारिश के दौरान फिसलन भरी कच्ची सड़क और खराब दृश्यता के कारण सड़क यातायात में मामूली व्यवधान ।
- मौसमी नालों/नदियों के जलस्तर में आकस्मिक वृद्धि ।
- वृक्षारोपण/बागवानी फसलों को को मामूली क्षति।
- संपत्ति को नुकसान के कतिपय मामले।
- दृश्यता में कमी।
Yellow Alert दुष्प्रभाव से बचने के उपाय
- अचानक आने वाली बाढ़ की संभावना वाले क्षेत्रों से दूर रहें।
- पक्के अथवा सुरक्षित मकानों में आश्रय लें।
- अस्थायी और असुरक्षित संरचनाओं को ठीक से सुरक्षित किया जाना
- चाहिए अथवा खाली कर दिया जाना चाहिए।
- बिजली की वैकल्पिक योजना बनाई जा सकती है।
- यातायात में अपेक्षित देरी से बचने हेतु पूर्व योजना बनाएं।
- मौसमी नदी-नालों से दूर रहें।
- खतरे के निशान के आस-पास बह रही नदियों से दूर रहें।
- गड्डों, पोखरों एवं तालाबों जिनमे बाहर से पानी आता











