आज से श्रावण मास आरम्भ हो गया है। शिव मंदिरों में भक्तो का ताँता लगा हुआ है। श्रावण मास भगवान भोलेनाथ का सबसे प्रिय माह माना गया है। मान्यता है की श्रावण माह में शिव आराधना करने से सभी कष्टो से तुरन्त मुक्ति मिलती है। उज्जैन के महाकाल मंदिर में प्रातः तीन बजे होने वाली भस्मारती में आज हजारो भक्त शामिल हुए और महाकाल की आराधना की। आज बाबा महाकाल की विशेष भस्मारती आरती की गई।
विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग में आज श्रावण मास के पहले दिन आस्था का जन सैलाब उमड़ा हुआ है। यहाँ प्रतिदिन सुबह तीन बजे होने वाली भस्मारती श्रावण मास होने के कारण विशेष रही। भस्मारती में हजारो श्रधालुओ ने शामिल होकर बाबा के दर पर मत्था टेका।
आज महाकालेश्वर मंदिर के पट प्रात 3 बजे खोले गए और बाबा महाकाल का जल से स्नान कर पंचांमृत महाभिषेक किया गया। इसके बाद बाबा को भस्म रमाई गई। भस्म चढ़ाने के बाद धुप दिप आरती कि गई जिसे देखने लिए देश के कोने कोने से श्रृद्धालु आए व बाबा महाकाल से पार्थना कि । मान्यता है कि जो भक्त श्रावण मास मे बाबा महाकाल की भस्मआरती के दर्शन करता है उसके सारे कष्ट दूर होकर सब प्रकार की मनोकामना पूर्ण होती है। इसी कारण हर भक्त कि यही कामना होती है कि श्रावण मास मे बस एक बार भस्म आरती के दर्शन भर हो जाए। और इसी आस्था के साथ देश के कोने कोने से भक्त महाकाल के दरबार में आते है।