आज 29 जुलाई को उत्तराखंड के कॉर्बेट नेशनल पार्क में आयोजित कार्यक्रम में आंकड़े जारी कर दिए गए हैं मध्यप्रदेश में कुल 785 बाघों के साथ एक बार फिर मध्यप्रदेश को टाईगर स्टेट का दर्जा मिल गया हैं वही पूरे देश में बाघों की संख्या 3682 बताई जा रही है इसके साथ की जिम कार्बेट में 563 बाघों के साथ दूसरे नम्बर पर है.
वही अगर बात बांधवगढ़ की करें तो बांधवगढ़ टाईगर रिज़र्व में कुल बाघों की संख्या 165 हो चुकी है,और एक बार फिर बांधवगढ़ पूरे एमपी के टाईगर रिज़र्व में सबसे अधिक बाघों की संख्या वाला टाईगर रिज़र्व बन गया है. यही नहीं पूरे देश में बांधवगढ़ का बाघों की संख्या के मामले में चौथा स्थान है.
साल 2018 में बांधवगढ़ में 120-24 बाघ थे. साल 2006 की बात करें तो तब यहां महज 47 बाघ थे. 2010 में संख्या बढ़कर 59 हुई, 2014 में 63 और साल 2018 में बांधवगढ में सबसे ज्यादा दोगुने के करीब बाघों की संख्या में वृद्धि हुई और बाघों की संख्या बढ़कर 124 हो गई थी.
2010 में हुई अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस शुरुआत
वर्ष 2010 में रूस के पीटर्सबर्ग में आयोजित एक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में हर वर्ष 29 जुलाई को अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस मनाने का निर्णय लिया गया। इस अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में बाघों की आबादी वाले तेरह देशों ने भाग लिया। 2022 तक बाघों की संख्या दोगुनी करने का लक्ष्य दिया गया है. यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि भारत एकमात्र ऐसा देश है जिसने 4 साल पहले 2018 में ही लक्ष्य हासिल कर लिया था। 2018 में भारत में 2967 से ज्यादा हो गए थे.