Bandhavgarh नेशनल पार्क को अगर आप सिर्फ बाघों के लिए जानते हैं तो शायद आप इतिहास के उन पहलुओं से अछूते हैं जो की बहुत ही समृद्ध है।
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के ताला कोर ज़ोन में संत शिरोमणि सेन महाराज का जन्म भी हुआ था। यही कारण है कि वर्षों से बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के ताला कोर जोन में संत शिरोमणि सेन महाराज की जन्मस्थली पर मेला लगाया जाता है और धूमधाम से उनकी जयंती मनाई जाती है।
आज पूरे देश में संत शिरोमणि सेन महाराज की जयंती मनाई जा रही है। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के ताला कोर जोन में सुबह 8:00 बजे से ही श्रद्धालुओं का प्रवेश प्रारंभ हो चुका था। मध्य प्रदेश सहित छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र से आए हुए अधिकतम 100 श्रद्धालुओं को सेन महाराज जी की जन्मस्थली तक जाने की अनुमति दी गई है। उक्त काम में बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के 30 से अधिक कर्मचारियों के साथ-साथ एसडीएम मानपुर ताला कोर ज़ोन के गेट पर तैनात हैं।
सिंगल यूज्ड प्लास्टिक आदि चेक करने के बाद में श्रद्धालुओं को ताला कोर ज़ोन में प्रवेश दिया जा रहा है।
संत शिरोमणि सेन महाराज जी का जन्म 13वीं शताब्दी के उत्तरार्ध में मध्य प्रदेश के उमरिया जिले अंतर्गत बांधवगढ़ में हुआ था। बचपन में इन्हें नंदा के नाम से पुकारा जाता था उनके पिता का नाम श्री चंद और माता का नाम सुशीला देवी था।