Bandhavgarh News : विश्व प्रसिद्ध बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व अपनी अधिक बाघों की संख्या के लिए न केवल मध्य प्रदेश में और देश में बल्कि पूरे विश्व के वन्य जीव प्रेमियों के बीच खासा प्रसिद्ध है। बालों को टाइगर रिजर्व में वर्तमान समय में 165 से अधिक बाघ है।
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व प्रबंधन के द्वारा 30 जून से Bandhavgarh टाइगर रिजर्व में कोर क्षेत्र ताला,मगधी और खितौली में टाइगर सफारी बंद कर दी जाएगी। यह खबर वन्य जीव प्रेमियों के लिए मायूसी भरी खबर है लेकिनBandhavgarh टाइगर रिजर्व में प्रतिवर्ष 30 जून से लेकर के सितंबर के आखिरी तारीख तक टाइगर सफारी कोर जोन में बंद कर दी जाती है।मानसून सीजन में Bandhavgarh टाइगर रिजर्व की बायोडायवर्सिटी को देखते हुए प्रबंधन के द्वारा यह निर्णय हर वर्ष लिया जाता है क्योंकि बारिश के दौरान जिप्सी ट्रैक में आने वाली नदी – नालों के कारण जिप्सी ट्रैक खराब हो जाता है जिससे दुर्घटना की संभावना बन जाती है।
Bandhavgarh में 30 जून से बंद हो जाएगी Tiger Safari जानिए प्रबंधन ने क्यों ले लिया यह निर्णय

इन तीन महीना के अंदर बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व प्रबंधन हाथ में हाथ धरे नहीं बैठता बल्कि जगह-जगह पर जो जिप्सी ट्रैक खराब हो जाते हैं उनकी मरम्मत का कार्य प्रबंधन के द्वारा लगातार किया जाता है।इसके साथ ही वनकर्मियों के द्वारा गस्ती जारी रहती है.
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर प्रकाश कुमार वर्मा बताते हैं कि प्रतिवर्ष Bandhavgarh टाइगर के तीनों कोर क्षेत्र में टाइगर सफारी बंद कर दी जाती है.लेकिन देश-विदेश और प्रदेश के पर्यटकों को मायूस होने की जरूरत नहीं है, Bandhavgarh टाइगर रिजर्व में बफर जोन जिसमें पनपथा, धमोखर और मानपुर शामिल है यहां बफर में सफ़र के तहत टाइगर सफारी जारी रहती है.इसके साथ ही Bandhavgarh टाइगर रिजर्व क्षेत्र में खोहराफल और जोहिला फाल में भी पर्यटक Bandhavgarh टाइगर रिजर्व की बायोडायवर्सिटी का आनंद ले सकते हैं.इसके साथ ही उन्होंने बताया कि Bandhavgarh टाइगर रिजर्व में लेट इवनिंग सफारी जिसे अक्सर नाइट सफारी के रूप में जाना जाता है यह भी बफर क्षेत्र में 30 जून के बाद भी चालू रहेगी.