नर्मदापुरम। नर्मदापुरम के इटारसी तहसील में आज जिला स्तरीय किसान खेत न्याय यात्रा एवं वोट छोड़ गद्दी छोड़ कार्यक्रम का आयोजन हुआ। कार्यक्रम में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने मंच से भाजपा के ऊपर तंज कसा उन्होंने मीडिया से चर्चा के दौरान कहा कि राहुल गांधी जब देश में चुनाव आयोग से वोट को लेकर सवाल करते हैं तो भाजपा एवं भाजपा के मंत्री बीच में आकर जवाब देते है।इसका मतलब क्या निकाला जाए उन्होंने कहा कि मोहन सरकार अभी भी चैत जाओ जो वचन पत्र में वादों को दिया था वह वादे जनता से पूरा करो अन्यथा सड़कों पर लोग आपके काफीलो लोगों को रोकेंगे।
जीतू पटवारी ने मीडिया से चर्चा के दौरान कहा कि इटारसी में नर्मदा मैया की धरा पर हजारों की संख्या में किसान एकत्रित हुए हैं। उनकी जो मांग है की जो सरकार ने किसानों से उपज के दाम करने की बात कही थी वह नहीं हुई है।मूंग उन्होंने खरीदी अब किसानों की मांग है कि यूरिया कब मिलेगा फसल आधी हो गई उसके बाद भी यूरिया नहीं मिलेगा तो किसान क्या करेगा। यह सरकार किसानों से बदला ले रही है। इसका हम विरोध करते हैं। यदि यही तरीका चलाता रहा तो कांग्रेस का कार्यकर्ता मध्य प्रदेश का किसान उनके घरों को घेरेगा, उनके काफिलों को लोगों को घेरेंगे और अपना हक किसान मांगेगा यह मैं मोहन यादव जी से आग्रह करता हूं आपने जो किसानों को वचन पत्र में कहा उसे पूरा करो। किसान सड़क पर आएगा इसके जिम्मेदार आप होंगे सरकार होगी। मैं फिर से आग्रह करता हूं कि आप हमारे मुख्यमंत्री हैं आपका सम्मान रखना हमारा दायित्व है वह आपका धर्म है हमारा विपक्ष का काम हम कर रहे हैं। आप सरकार का काम करो यह आग्रह है हमारा।
इस तरीके से देश वोट चोरी का वोट चोरी का तांडव चल रहा है राहुल गांधी ने इसे चर्चा का विषय बनाया है। इसमें चुनाव आयोग के सामने सवाल है। इसमें जवाब देती है बीजेपी और मंत्री यह मैसेज क्या है मैसेज यह है कि राहुल गांधी सवाल उठाते हैं वह सत्य है बीजेपी को बीच में पढ़ने की आवश्यकता क्या है। इसमें नरेंद्र मोदी को पड़ने की क्या आवश्यकता है। बीजेपी के मंत्रियों को। अगर चुनाव आयोग जवाब देगा इसका निराकरण करेगा तो आम नागरिक समझेगा अगर चुनाव आयोग जवाब नहीं दे पा रहा और बीजेपी बोल रही है तो इसका मतलब दाल में कुछ काला है। राहुल गांधी ने जो देश के सामने भावना व्यक्त की है इसका विषय सिर्फ एक है कि देश के लोकतंत्र करोड़ों साल तक अमर रहे और वोट का अधिकार सुरक्षित रहे। अगर इस विश्वास को हम खो देंगे तो भरोसा चला जाएगा लोकतंत्र नहीं बचेगा संविधान नहीं बचेगा यह लड़ाई लोकतंत्र बचाने और वोट के अधिकार को बचाने और संविधान को बचाने की है।