उमरिया पुलिस ने राहुल हत्याकांड के बारे में गुत्थी सुलझा ली है। उक्त मामले में पुलिस कंट्रोल उमरिया में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान पुलिस अधीक्षक उमरिया निवेदिता नायडू ने घटना के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि मृतक /गुमशुदा राहुल रजक पिता बंसीलाल रजक निवासी ग्राम कछरवार थाना कोतवाली उमरिया का दिनांक 21.07.2024 को गुमशुदा के परिजनों द्वारा चौकी सिविल लाइन उमरिया में गुम होने की रिपोर्ट दर्ज करवाए थे।जिसकी पतासाजी सिविल लाइन उमरिया के द्वारा की जा रही थी।
दिनांक 01/08/2024 की सूचना मिली कि बन्ना नाले के पास कुएं में अज्ञात व्यक्ति की लाश तैर रही है सूचना पर बन्ना नाला मौके पर पहुंचे जहाँ पर मृतक के परिजन भाई वही पर उपस्थित थे। जो बताये कि कुएं में तैर रहीं लाश मेरे भाई राहुल रजक पिता बशीलाल रजक का 23 वर्ष निवासी कछरवार की है।शव को कुएँ से बाहर निकाला गया। शव निकालते समय शव की खोपडी कुएं में गिर गयी थी जिसे दिनांक 02.08.2024 को बड़ी कड़ी मस्कत के बाद निकाली गयी।
मृतक राहुल रजक का मोबाईल नाबालिग बालक के पास मिला उसने बताया कि राहुल रजक से मेरी दोस्ती करीबन 8 माह से थी दिनांक 21/07/2024 को शाम करीबन 06:00 बजे राहुल मुझसे बोला कि में तेरे पास बन्ना नाला आ रहा हूँ अपना जो पैसों का लेन देन है बैठकर बात करेंगे। रात करीबन 08.00 बजे बन्ना नाला के नाला के पास मिला। तब राहुल और मैं अपने घर के पीछे बने कुएँ के पास बैठकर हम दोनो शराब पिये, हम दोनों के बीच पैसों की लेनदेन को लेकर विवाद हो गया, मुझे बहुत गुस्सा आया तब मैंने उसे पकड़कर जोर से धक्का मारा जिससे राहुल गिर गया तथा उसका सिर कुएँ के आसपास बनी पक्की बाउण्ड्री बॉल में टकराया और सिर से खून बहाने लगा तथा बेहोश हो गया। मैं तुरन्त अपने घर जाकर अपने पिता संतोष गुप्ता को घटना की पूरी बात बताया तब मेरे पिता संतोष गुप्ता और मैं घर से कम्बल और कुल्हाड़ी लेकर कुएँ पर गये और बेहोश पड़े राहुल रजक के सिर में कुल्हाड़ी के पासे की तरफ से तब तक मारा जब तक राहुल मर नहीं गया। राहुल रजक के मरने के बाद में व मेरे पिता संतोष गुप्ता राहुल के छाती में कम्बल एवं रस्सी बाँधकर राहुल को कुएँ के फेक दिये थे। कुल्हाड़ी की धोकर मैंने अपने घर के भूसे वाले कमरे में छिपा दिया हूँ एवं राहुल की मोटर साईकिल को बन्ना नाला के टपकनहा घाट में जहाँ पर पानी बहुत गहरा था फेक दिया हूँ।
विधि विरुद्ध अपचारी बालक व पिता संतोष गुप्ता को पुलिस हिरासत में लिया जाकर माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया गया है।
उस निर्मम हत्या के पर्दाफाश करने सम्पूर्ण कार्यवाही में पुलिस अधीक्षक जिला उमरिया एवं अति. पुलिस अधीक्षक जिला उमरिया के निर्देशन में एस.सी. बोहित अनुविभागीय अधिकारी पुलिस अनुभाग पाली, निरीक्षक राजेशचंद्र मिश्रा थाना प्रभारी नौरोजाबाद, उनि अमित पटेल प्रजार 107 संतोष मार्कोसउनि अनिल सिंह परिहार, प्रआर 116 प्रमोद सिंह, आर.307 देवेंद्र ठाकुर, आर. 287 नरेंद्र शुल्यो, चालक प्र. आर. 226 अंजनी तिवारी, आत. 278 रामेद्र मौर्य आर 328 दामोदर तिवारी का विशेष योगदान रहा।