जिला मुख्यालय उमरिया में स्थित नेताजी सुभाषचंद्र बोष बालक छात्रावास लालपुर उमरिया से 4 छात्र हुए बिन बताए लापता हो गए है। जिला मुख्यालय का यह छात्रावास आए दिन सुर्खियों में रहता है बीते माह इस छात्रावास में दर्जन भर छात्र बीमार हो गए थे। छात्रों का दावा था कि खाने में छिपकली गिर गई थी और इस खाने को हमने खाया है इसी कारण हम बीमार हो गए हैं। उक्त मामले में वार्डन को भी कि छात्रावास पृथक कर दिया गया।
लेकिन दोबारा यह छात्रावास सुर्खियों में आ गया है। छात्रावास भेजने के बाद माता-पिता इस बात से निश्चित हो जाते हैं कि उनकी सुरक्षा पर कोई सवालिया निशान खड़ा होगा। लेकिन छात्रावास से एक साथ चार छात्र गायब हो जाते हैं और वार्डन को पता भी नहीं चलता। हालांकि मामले से पल्ला झाड़ने के लिए वर्णन के द्वारा कोतवाली थाने में चारों छात्रों की पृथक पृथक दर्ज करवा दी गई है।
जिन बच्चों के लापता होने की खबर है उनमें सूर्या पिता राजेन्द्र सिंह उम्र 13 निवासी फजीलगंज,करण पिता स्व अशोक प्रजापति उम्र 13 निवासी टिकुरी टोला बल्होड मानपुर,भूपत पिता मान सिंह परस्ते उम्र 12 वर्ष निवासी शहपुरा,आदित्य पिता बबलू बैगा उम्र 13 निवासी चेचपुर मानपुर है।
मामले में छात्रावास के वार्डन को ही अगर पूरा जिम्मेदार माना जाए तो यह बेमानी होगा। क्योंकि जिला मुख्यालय में बैठे हुए अन्य विभागीय अधिकारियों का भी दायित्व है कि वह छात्रावास की व्यवस्थाओं का जायजा बीच-बीच में लेते रहें।
बिना बताए छात्रावास से लापता हुए छात्र 12 से 13 वर्ष के हैं। क्या छात्रों के साथ है छात्रावास में वार्डन के द्वारा बुरा व्यवहार किया गया है या फिर अन्य बड़े छात्रों के द्वारा मारपीट की गई है। तमाम विषयों से पर्दा तभी उठ पाएगा जब इस विषय में सक्षम अधिकारी की मौजूदगी में जांच की जाएगी।