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इंश्योरेंस क्लेम हो गया है रिजेक्ट जानिए इसका कारण,क्या है इसका सॉल्यूशन ?

बीमा कंपनियों के द्वारा कई बार पॉलिसी होल्डर की मौत के बाद में क्लाइम्स रेजीमेंट की राशि को रिजेक्ट कर दिया जाता है। आईए जानते हैं क्या इसके कारण है क्यों क्लेम सेटेलमेंट होने से पहले ही रिजेक्ट हो जाता है।

हमारे देश में अक्सर लोग अपने पैसों की बचत करके इंश्योरेंस प्लान खरीदने हैं। ताकि जब लाइफ में कोई कैजुअल्टी आए तो अगर परिजनों को किसी बड़े फंड की जरूरत पड़े तो उन्हें डर-डर न भटकना पड़े। इस देश की पूर्ति के लिए इंश्योरेंस एजेंट के माध्यम से इंश्योरेंस लेने का चलन हमारे देश में है और इंश्योरेंस को लेकर के देश के अंदर जनजागुट्टा फैलाने का काम भी भारत सरकार के द्वारा किया जाता है। लेकिन कभी-कभी देखने में आता है की पॉलिसी होल्डर की मौत के बाद में डेथ क्लेम सेटेलमेंट की बजाय कंपनियां उनके क्लेम को रिजेक्ट कर देती हैं। आज हम इस आर्टिकल में जानेंगे कि इंश्योरेंस क्लेम क्यों रिजेक्ट हो जाता है और यदि इंश्योरेंस क्लेम रिजेक्ट हो जाए तो फिर कौन सा मार्ग बसता है और कहां आप इसकी सूचना या शिकायत दर्ज करवा सकते हैं।

क्यों रिजेक्ट हो जाते हैं इंश्योरेंस क्लेम

बीमा होल्डर जब इंश्योरेंस प्लान खरीदने हैं तब वह इस बात का ध्यान नहीं देते हैं कि जो इंश्योरेंस पॉलिसी की शर्ते हैं वह पूरी हुई है या नहीं हुई है। इंश्योरेंस एजेंट भी बिजनेस मिलने के चक्कर में कभी-कभी पॉलिसी होल्डर को इंश्योरेंस से जमीन संबंधित पूरी जानकारी नहीं देते हैं और इंश्योरेंस प्लान उन्हें भेज देते हैं। लेकिन कभी-कभी दस्तावेजों में हुई चूक इंश्योरेंस के क्लेम सेटेलमेंट को रोक देती है। ऐसे में पॉलिसी होल्डर के परिजनों को डरना नहीं चाहिए उन्हें इंश्योरेंस क्लेम मिल सकता है बसे इसके लिए उन्हें इसके बारे में जानकारी हो तब। इस स्थिति से निपटने के लिए ग्राहकों के पास कई विकल्प होते हैं आज हम उन्हें विकल्पों के बारे में चर्चा करेंगे।

क्या करें जब क्लेम रिजेक्ट हो जाए

अगर आपका इंश्योरेंस क्लेम रिजेक्ट हो गया है ऐसे में आप इसकी शिकायत इंश्योरेंस कंपनी के शिकायत निवारण अधिकारी के पास कर सकते हैं। कई बार जानकारी की अभाव में क्लेम सेटेलमेंट के दौरान आप पूरे कागजात पेश नहीं करते हैं और क्लेम रिजेक्ट हो जाता है। यदि इंश्योरेंस कंपनी के शिकायत निवारण अधिकारी के द्वारा भी क्लेम सेटलमेंट नहीं किया जाता है तब आप इसकी शिकायत आईआरडीए के पास कर सकते हैं।

कौन है आईआरडीए

इंश्योरेंस रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी का मुख्य काम बीमा कंपनी और ग्राहकों के बीच में सामंजस स्थापित कर नियम बनाना होता है। आईआरडीए के द्वारा ग्राहकों की हितों की रक्षा के लिए बीच-बीच में समय-समय पर कई नियम बनाए जाते हैं ताकि ग्राहकों के साथ गलत होना हो सके। यदि क्लेम सेटलमेंट में आपको दिक्कत आ रही है तो आप आईआरडीए की मेल आईडी पर मेल कर सकते हैं। इसके साथ ही आप इनके टोल फ्री नंबर पर भी अपनी शिकायत दर्ज करवा सकते हैं।

Sanjay Vishwakarma

संजय विश्वकर्मा (Sanjay Vishwakarma) 41 वर्ष के हैं। वर्तमान में देश के जाने माने मीडिया संस्थान में सेवा दे रहे हैं। उनसे servicesinsight@gmail.com पर संपर्क किया जा सकता है। वह वाइल्ड लाइफ,बिजनेस और पॉलिटिकल में लम्बे दशकों का अनुभव रखते हैं। वह उमरिया, मध्यप्रदेश के रहने वाले हैं। उन्होंने Dr. C.V. Raman University जर्नलिज्म और मास कम्यूनिकेशन में BJMC की डिग्री ली है।

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