देश-विदेश

इस University में जादू-टोने पर मिलेगी 2 साल की PG Degree सितम्बर 2024 से शुरू होगा कोर्स

वैसे तो तंत्र-मन्त्र जादू टोना ये सब विज्ञान नही मानता ना ही कोई ऐसा अधिकारिक संस्थान है जहाँ ऐसा कोई कोर्स बच्चों को पढाया जाता हो लेकिन एक एसी ही परिकल्पना हैरी पॉटर उपन्यास लिखने वाली ब्रिटिश लेखिका जेके राउलिंग ने की जो इतनी पापुलर हुई की इस उपन्यास पर फ़िल्म भी बनी है. जिसमे एक स्कूल भी थी स्कूल का नाम था हॉगवर्ट्स स्कूल ऑफ विचक्राफ्ट एंड विजार्ड्री जहाँ हैरी पोर्टर नाम का छात्र जादू सीखने के लिए दाखिला लेता है. लेकिन अब यह परिकल्पना हकीकत में बदलने वाली है.

तंत्र मन्त्र में है लोगो की रूचि

दरअसल अंग्रेजी अख़बार द गार्जियन (the Guardian) की एक रिपोर्ट के  मुताबिक यूके में एक्‍सेटर यूनिवर्सिटी जादू और गुप्‍त विज्ञान का कोर्स सितम्बर 2024  से शुरू करने जा रही है. इस विश्वविद्यालय की प्रोफेसर एमिली सेलोवे के मुताबिक इस दुनिया में न ही जादू-टोना और तंत्र-मंत्र में रुचि रखने वालों की कोई कमी है। बहुत से लोग इसे सीखना भी चाहते हैं. ऐसे में अगर ऐसा कोई कोर्स चलाया जाए तो बहुत सारे छात्र आएंगे. इसे ध्यान में रखते हुए हम पीजी कोर्स शुरू करने जा रहे हैं।

करवाया जाएगा 2 साल का कोर्स

प्रोफेसर ने कहा कि वैसे तो जादू और जादू के अध्ययन को खारिज हमेशा किया जाता रहा है लेकिन इसकी उलट अब इस आदमी युग में एक नई शुरुआत हम करने जा रहे हैं। इस कोर्स में चुड़ैल से लेकर ड्रैगन तक सब कुछ शामिल किया गया है छात्रों को उनके बारे में विस्तार से बताया जाएगा की तंत्र-मंत्र क्या होता है कैसे होता है इसकी ट्रेनिंग भी दी जाएगी। यही नहीं हमारे यहां पूरा कोर्स करने के पर 2 साल बाद छात्रों को 2 साल की डिग्री भी दी जाएगी।

वैज्ञानिक द्रष्टिकोण से होगी पढाई

एमिली सैलोवे एक्सेटर विश्वविद्यालय में मध्यकालीन अरबी साहित्य पढ़ाती हैं और उन्हें पाठ्यक्रम का समन्वयक बनाया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, छात्र अपनी पढ़ाई के दौरान यहूदी, ईसाई और इस्लामी परंपराओं में तंत्र मंत्र के बारे में सीखेंगे। हम इसके वैज्ञानिक पहलुओं के बारे में समझेंगे. जादू-टोने का समाज पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में बताया जाएगा। इसमें ड्रेगन और चुड़ैलों पर अध्ययन और मध्ययुगीन युग में महिलाएं जादू टोना कैसे करती थीं, इस पर अध्ययन शामिल होगा। यह एक अनोखा कोर्स होगा.

नए और रचनात्मक समाधान तलाश रहे

एमिली सलोवी एक्सेटर विश्वविद्यालय में मध्यकालीन अरबी साहित्य पढ़ाती हैं और उन्हें पाठ्यक्रम समन्वयक नियुक्त किया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, छात्र अपनी पढ़ाई के दौरान यहूदी, ईसाई और इस्लामिक परंपराओं में तंत्र मंत्र के बारे में सीखेंगे। हम इसके वैज्ञानिक पहलुओं के बारे में समझेंगे. जादू-टोने का समाज पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में बताया जाएगा। इसमें ड्रेगन और चुड़ैलें शामिल होंगी और मध्यकालीन युग में महिलाएं जादू टोना कैसे करती थीं। यह एक अनोखा कोर्स होगा.

Sanjay Vishwakarma

संजय विश्वकर्मा (Sanjay Vishwakarma) 41 वर्ष के हैं। वर्तमान में देश के जाने माने मीडिया संस्थान में सेवा दे रहे हैं। उनसे servicesinsight@gmail.com पर संपर्क किया जा सकता है। वह वाइल्ड लाइफ,बिजनेस और पॉलिटिकल में लम्बे दशकों का अनुभव रखते हैं। वह उमरिया, मध्यप्रदेश के रहने वाले हैं। उन्होंने Dr. C.V. Raman University जर्नलिज्म और मास कम्यूनिकेशन में BJMC की डिग्री ली है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: NWSERVICES Content is protected !!

Adblock Detected

Please consider supporting us by disabling your ad blocker