उज्जैन में विक्रमोत्सव के शुभारंभ पर होने जा रही इन्वेस्टर्स समिट में एमओयू के बजाय सीधे निवेश आएगा. कुछ प्रोजेक्ट के वर्चुअल भूमिपूजन भी होंगे. मध्य प्रदेश की इस अनूठी इन्वेस्टर समिट के लिए सरकार ये नई पहल लेकर आई है. ये ग्लोबल इन्वेस्टर समिट नहीं होगी, लेकिन उज्जैन सहित पूरे क्षेत्र पर फोकस होगा. समिट की तैयारियों की समीक्षा करने मुख्यमंत्री डाॅ. मोहन यादव आज उज्जैन पहुंच रहे हैं.
बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन में एक मार्च से विक्रमोत्सव की शुरुआत होने जा रही है. पहले और दूसरे दिन इन्वेस्टर समिट होगी. इन्वेस्टर समिट में शामिल होने के लिए सरकार से अब तक एक हजार से अधिक उद्योगपतियों ने संपर्क किया है. उद्योगों की प्राथमिकता के आधार पर निवेशकों को शोर्टलिस्टेड किया जा रहा है.
एमपी इंडस्ट्रीयल डवलपमेंट कार्पोरेशन के एमडी चंद्रमौली शुक्ला का कहना है कि समिट में लैंड एप्रूवल, सीसीआईपी एप्रूवल जैसी सुविधाएं मौके पर ही उपलब्ध कराई जाएंगी. समिट में अकेले एमओयू नहीं होंगे, बल्कि कई प्रोजेक्ट के सीधे निवेश होंगे. कार्यक्रम स्थल पर वर्चुअल भूमिपूजन की व्यवस्था भी रहेगी. उज्जैन क्षेत्र में निवेश के लिए मध्य प्रदेश के साथ महाराष्ट्र, गुजरात और राजस्थान के अद्योगपति अधिक रुचि दिखा रहे हैं. समिट की तैयारियों की समीक्षा करने मुख्यमंत्री डाॅ. मोहन यादव आज उज्जैन पहंुच रहे हैं. मुख्यमंत्री समिट सहित विक्रमोत्सव की अंतिम तैयारियों को लेकर दिशा-निर्देश जारी करेंगे.